World Test Championship विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की हार के बाद Virat Kohli विराट कोहली की कप्तानी की कई फैंस को याद आई कि काश विराट कोहली कप्तान होते तो स्थिति कुछ और होती, लेकिन अब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल हाथ से निकल चुकी है।
हालांकि विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने पर तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष Sourav Ganguly सौरव गांगुली ने एक बड़ा खुलासा किया है। प्रसिद्ध न्यूज चैनल के पत्रकार विक्रांत गुप्ता से बातचीत में उन्होंने कहा कि विराट कोहली ने आवेश में आकर टेस्ट कप्तानी छोड़ने का निर्णय लिया था।
यह था विवाद
टी-20 वर्ल्ड कप 2021 शुरू होने के पहले विराट ने बता दिया कि वे अब टी-20 की कप्तान नहीं करेंगे। जब वे आईपीएल में आरसीबी की कप्तानी छोड़ चुके थे तो किस मुंह से देश की टीम का नेतृत्व करते। यहीं पर गांगुली को विराट पर दबाव बनाने का भी मौका मिला गया। उन्होंने विराट से वनडे कप्तानी भी छीन ली। फॉर्मूला दे दिया कि सफेद गेंद का कप्तान अलग और लाल गेंद का कप्तान अलग होना चाहिए। ये बात सही थी, लेकिन विराट इससे बड़े आहत हुए थे। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर कहा कि उनसे वनडे में कप्तानी छिन ली गई जबकि गांगुली के सुर अलग थे। तभी इस बात के संकेत मिलने लगे थे कि विराट और गांगुली का तालमेल नहीं बन रहा है।
इसके अलावा सौरव गांगुली का एक बयान भी मीडिया की सुर्खियों में रहा। गांगुली ने कहा कि बीसीसीआई ने विराट कोहली से यह अनुरोध किया था कि वह टी-20 की कप्तानी ना छोड़े। लेकिन विराट ने जैसे ही टी-20 की कप्तानी छोड़ने का मन बनाया। वैसे ही बोर्ड को रोहित को वनडे टीम की कप्तानी सौंपने का निर्णय लेना पड़ा क्योंकि सफेद गेंद के अलग फॉर्मेट में अलग कप्तान नहीं होने चाहिए।
कोहली की कप्तानी 2017 में शुरू हुई थी जिसमें उन्होंने 95 में से 65 मैचों में देश को जीत दिलायी और उनका जीत का प्रतिशत 70.43 का रहा।टी20 विश्व कप के बाद उन्होंने टी20 कप्तानी छोड़ दी थी जिसमें टीम नाकआउट चरण में भी जगह नहीं बना सकी थी।
इसके बाद दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जब भारत 2-1 से सीरीज हारा तो विराट कोहली ने टेस्ट कप्तानी से भी इस्तीफा दे दिया। साल 2021 के शुरुआत में इस विवाद ने भूचाल ला दिया। विराट कोहली ने इस इस्तीफे की साफ साफ वजह नहीं बताई थी लेकिन माना यह ही जा रहा था कि वनडे की कप्तानी ना मिलने पर वह टेस्ट की कप्तानी भी छोड़ना चाहते थे।