मेलबोर्न। विराट कोहली ने जसप्रीत बुमराह जैसे खतरनाक गेंदबाज के उभरने का श्रेय भारत के 'शानदार घरेलू क्रिकेट ढांचे' को दिया, जो ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटरों कैरी ओकीफी और मार्क वॉ को माकूल जवाब है जिन्होंने कमेंटरी करते हुए अपमानजनक टिप्पणियां की थीं।
भारतीय कप्तान ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि हमारा प्रथम श्रेणी ढांचा बेहतरीन है और यही कारण है कि हम जीत रहे हैं। इसका श्रेय भारत में प्रथम श्रेणी ढांचे को जाता है, जो भारत में हमारे तेज गेंदबाजों को चुनौती देता है और इससे उन्हें विदेशों में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलती है। लेकिन यह स्पष्ट था कि कोहली की प्रतिक्रिया पूर्व लेग स्पिनर ओकीफी के लिए थी।
यहां तक कि 'मैन ऑफ द मैच' जसप्रीत बुमराह (मैच में 86 रन देकर 9 विकेट) ने भी टेस्ट क्रिकेट में अपनी सफलता में रणजी ट्रॉफी के योगदान का जिक्र किया। बुमराह ने कहा कि हम कड़ी ट्रेनिंग करते हैं और हमें रणजी ट्रॉफी में काफी ओवर गेंदबाजी करने की आदत है इसलिए शरीर इसके लिए तैयार रहता है। इस सबकी शुरुआत ओकीफी ने पदार्पण कर रहे मयंक अग्रवाल के प्रथम श्रेणी में रेलवे के खिलाफ तिहरे शतक पर टिप्पणी करके की थी।
ऑस्ट्रेलिया के लिए 24 टेस्ट में 53 विकेट चटकाने वाले ओकीफी ने फॉक्स स्पोर्ट्स पर कमेंटरी करते हुए कहा था कि संभवत: उसने रेलवे के कैंटीन स्टाफ के खिलाफ शतक जड़ा। मार्क वॉ ने भी कहा था कि किस तरह भारत में घरेलू क्रिकेट में 50 रन का औसत ऑस्ट्रेलिया में 40 के औसत के बराबर है। ओकीफी ने हालांकि बाद में अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी थी।
भारतीय कोच रवि शास्त्री ने भी पदार्पण पारी में अग्रवाल के 76 रन बनाने के बाद माकूल जवाब दिया। ओकीफी की मौजूदगी में फॉक्स स्पोर्ट्स को दिए साक्षात्कार में शास्त्री ने कहा कि उसके (अग्रवाल) पास कैरी के लिए संदेश है... 'जब आप अपनी कैंटीन खोलो तो वह कॉफी को सूंघने के लिए आना चाहता है। वह भारत की काफी से तुलना करना चाहता है.... यहां की कॉफी बेहतर है या भारत की?'
ओकीफी ने हालांकि मैच के चौथे दिन भी गैरजरूरी टिप्पणी की, जब उन्होंने चेतेश्वर पुजारा और रवीन्द्र जडेजा के नाम नहीं बोल पाने का मजाक बनाया। ओकीफी ने कहा कि आप अपने बच्चों का नाम चेतेश्वर, जडेजा क्यों रखते हो? (भाषा)