नागपुर। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए दूसरे एक दिवसीय अंतररष्ट्रीय मैच में परिणाम अंतिम ओवर में आया और टीम इंडिया ने 8 रन से रोमांचक जीत दर्ज की। भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली ने कहा कि ऐसे 'टसल' वाले मैच हमारी विश्व कप की तैयारी के लिए मददगार साबित होंगे।
नागपुर वनडे में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया था। भारतीय टीम 48.2 ओवर में 250 रन पर धराशायी हो गई थी। इसमें विराट ने 116 रनों की पारी खेली थी। 'मैन ऑफ द मैच' विराट 250 में से 248 रन तक मैदान में उपस्थित रहे। जवाब में ऑस्ट्रेलिया 49.3 ओवर में 242 रन ही बना सकी।
भारतीय कप्तान ने कहा कि यदि हम आगामी विश्व कप के लिहाज से देखें तो इस तरह के कम स्कोर वाले मैच हमें विश्व कप टूर्नामेंट में भी देखने को मिलेंगे और तैयारी के हिसाब से इस तरह के मैचों को खेलना और उन्हें जीतना काफी अच्छा है। मैं खुश हूं कि यह मुश्किल मैच हम भारत के लिए जीत सके।
भारतीय बल्लेबाजी क्रम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद विराट ने रन जोड़ने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि जब स्थिति मुश्किल हो जाती है तो मैं बल्लेबाजी के लिए उतरता हूं और मेरी कोशिश पूरी पारी में खेलने की रहती है। मैं अपनी पहली के बजाय दूसरी पारी के प्रदर्शन से ज्यादा गौरवान्वित हूं।
विराट ने कहा, रोहित शर्मा से बात करना मुझे हमेशा अच्छा लगता है क्योंकि वह उपकप्तान हैं। रोहित टीम के साथ लंबे समय से रहे हैं। वहीं धोनी भी टीम के साथ हैं और वह गेंदबाजों के साथ बात कर लेते हैं। बुमराह भी चैंपियन की तरह हैं और उन्हें 2 विकेट एक ही ओवर में मिल गए और उन्होंने मैच पलटने में काफी मदद की। मैं खुश हूं कि वह टीम में है।
विराट ने साथ ही कहा कि इस तरह के मैचों से टीम का आत्मविश्वास बढ़ता है। उन्होंने कहा, कई बार इस तरह के मुश्किल मैचों को खेलना भी जरूरी होता है और उसे जीतने से आत्मविश्वास बढ़ता है। यह पिच भी ऊंचे दर्जे की थी और केदार जाधव यहां आखिरी ओवर तक गेंदबाजी करना चाहते थे।”
भारतीय कप्तान ने इस मैच के साथ अपने 40 वनडे शतक भी पूरे कर लिए। उन्होंने कहा, यह सिर्फ एक नंबर है लेकिन मैं अपने 40 वनडे शतक पूरे करके खुश हूं लेकिन भारत और अपनी टीम के लिए मैच जीतना ज्यादा अच्छा अहसास देता है।