नागपुर। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मंगलवार को दूसरे वनडे में शानदार प्रदर्शन करने वाले भारत के ऑलराउंडर खिलाड़ी विजय शंकर ने कहा है कि उन्होंने कभी भी विश्व कप चयन के बारे में नहीं सोचा और उनका ध्यान अपने स्वभाविक खेल पर ही लगा हुआ है।
विजय ने बेहतरीन प्रदर्शन के बाद कहा कि वह मौके के इंतजार में थे और उन्होंने इस मौके का फायदा बखूबी उठाया। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्होंने विश्व कप के चयन के बारे में नहीं सोचा और अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित किया।
उन्होंने कहा, मैंने विश्व कप के चयन को लेकर नहीं सोचा। मैंने सिर्फ अपना ध्यान अपने खेल पर रखा और अपना प्रदर्शन किया। मेरे लिए मैच ज्यादा महत्वपूर्ण है और मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता था जिससे मेरी टीम को जीत मिल सके।
ऑस्ट्रेलिया के मार्कस स्टोइनिस, भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी पर हावी रहे और अपनी टीम को जीत को लक्ष्य के करीब ले गए। ऑस्ट्रेलिया को आखिरी ओवर में जीत के लिए 11 रन चाहिए थे और कप्तान विराट ने एक बड़ा जुआ खेलते हुए गेंद शंकर को थमा दी।
विजय ने आखिरी ओवर की पहली गेंद पर स्टोइनिस को 52 रन पर आउट कर दिया और भारतीय टीम की मैच में वापसी करा दी। स्टोइनिस को आउट करने के दो गेंद बाद ही विजय ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के आखिरी बल्लेबाज एडम जम्पा को आउट कर भारतीय टीम को जीत दिला दी।
मैच के बाद विजय ने कहा, मैं इस मौके का काफी समय से इंतजार कर रहा था। मैच के 43वें ओवर के बाद अपने आप से कह रहा था कि मैं आखिरी ओवर में गेंदबाजी करने जाऊंगा और लक्ष्य का बचाव करुंगा।
वनडे के 45वें ओवर तक स्पिनर कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा के ओवर समाप्त हो चुके थे। विराट के पास आखिरी ओवर के लिए दो विकल्प थे विजय और केदार जाधव। विराट ने निर्णय किया कि वह तेज गेंदबाज को आखिरी ओवर देंगे और विराट ने आखिरी ओवर में विजय से गेंदबाजी कराने का फैसला किया।
विजय ने कहा, मैं मानसिक रुप से आखिरी ओवर में गेंदबाजी करने के लिए तैयार था। मैं चुनौती के लिए तैयार था और मुझे पता था कि मुझे आखिरी ओवर में गेंदबाजी करनी है। मैं मैच के 43-44 वें ओवर में सोच रहा था कि मैं कभी भी गेंदबाजी करने जा सकता हूं, शायद आखिरी ओवर में भी और मैं उस ओवर में 10 से 15 रन बचाने के लिए मानसिक तौर पर तैयार था।
भारतीय क्रिकेटर ने कहा, 48वें ओवर के बाद बुमराह मेरे पास आए और उन्होंने कहा कि गेंद थोड़ी घूम रही है। उन्होंने कहा कि मुझे गेंद विकेट के सामने डालनी है जिससे विकेट मिलने का मौका रहेगा। उल्लेखनीय है कि विजय ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में 46 रन बनाए और 15 रन देकर दो विकेट लिए।