पूर्व क्रिकेटरों और विशेषज्ञों की मानें तो विराट कोहली के लिए इंग्लैंड का दौरा अग्नि परीक्षा के जैसा होगा। इसका कारण यह है कि पिछले कुछ दौरों में भारतीय टीम इंग्लैड के दौरे पर संघर्ष करती नजर आयी है खासकर टेस्ट क्रिकेट में। विराट कोहली के लिए मैदान पर जाने से पहले भी उन्हें कई सवालों के जवाब ढूंढने पड़ेंगें । मुख्यत: तीन परेशानी विराट कोहली का सामना करेंगी।
इंग्लैंड में कोहली नहीं है विराट
सबसे पहले तो विराट को खुद यह साबित करना है कि वह इंग्लैंड में भी रन बना सकते हैं। साल 2014 में भारत की ओर से विराट इंग्लैंड दौरे पर एक भी टेस्ट अर्धशतक नहीं बना पाए थे। 5 टेस्ट मैचों में उन्होंने महज 134 रन बनाए थे। टीम का प्रदर्शन काफी हद तक कप्तान के प्रदर्शन पर निर्भर करता है। इस कारण कोहली को अपना प्रदर्शन सुधारना होगा।
सलामी बल्लेबाजी
सलामी बल्लेबाजी के लिए कौन उतरे यह भी कोहली को सोचना होगा। शिखर धवन और मुरली विजय , या फिर दोनों ही सीधे हाथ के बल्लेबाज- मुरली विजय और के एल राहुल। आमतौर पर बाएं और दाएं हाथ के बल्लेबाज को ही टेस्ट क्रिकेट में उतारना एक सूझबूझ वाला निर्णय होता है। देखते हैं कि कोहली क्या निर्णय लेते हैं।
समस्या नंबर 3
ओपनिंग की समस्या सुलझ गई तो फिर नंबर तीन पर कौन बल्लेबाजी करेगा। पुजारा तकनीकी रूप से ज्यादा सक्षम है पर के एल राहुल का फॉर्म इस वक्त उनसे बेहतर चल रहा है। अगर राहलु तीन नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं तो पुजारा चार पर बल्लेबाजी करेंगे।
यही नहीं इंग्लैंड के मौसम ने भी विराट को असमंजस में डाल दिया है। ऐसी ही गर्मी रही तो पिच स्पिन के लिए मददगार रहेगी जिस पर अश्विन को खिलाना फायदेमंद होगा। अगर नहीं तो हार्दिक को खिलाना ही सही निर्णय होगा। आशा है पहले टेस्ट से पहले कोहली समस्या का हल निकाल लेंगे।