ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के 22 वर्षीय खतरनाक ऑफ स्पिनर टॉड मर्फी ने अपने टेस्ट करियर के पहले ही मैच में 5 विकेट चटकाए। टोड मर्फी ने पदार्पण कर रहे केएस भरत को 8 रन पर LBW कर भारत के खिलाफ अपने पांच विकेट पूरे किये। मर्फी ने भारतीय टीम के खिलाफ 9 फरवरी को नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में अपना डेब्यू किया।
मैच के पहले दिन ही भारत की पारी में टॉड ने के एल राहुल को अपनी गेंदबाजी का शिकार बनाया था जो कि 71 गेंदों में 20 रन नाकर पवेलियन लौट गए। मैच के दूसरे दिन भीं टॉड ने भारतीय दिग्गज बल्लेबाजों को अपनी गेंदबाजी के कब्जे में फ़सा कर आउट किया जिनमे शामिल थे रविचंद्रन आश्विन, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और के एस भरत। कोहली ने टॉड पर काउंटर अटैक करने की कोशिश की, लेकिन वह ऐसा करने में नाकामयाब हुए और अपना विकेट गंवा बैठे।
टॉड मर्फी ने अपनी 16 साल की उम्र तक बल्लेबाजी की लेकिन क्रेग हावर्ड की सलाह पर उन्होंने स्पिन गेंदबाजी शुरू की थी और आज वे इंडिया के खिलाफ खतरनाक ऑफ स्पिनर बनकर उभरे हैं। ऑस्ट्रेलिया टीम के सेलेक्टर्स का टॉड को इस सीरीज के लिए चुनना एक बहादुर निर्णय था क्यूंकि ऑस्ट्रेलिया ने 1988 के बाद से एक टेस्ट मैच में दो स्ट्राइक ऑफ स्पिनरों को नहीं चुना है लेकिन टॉड मर्फी का चयन इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के लिए मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ। वे इस मैच में पांच विकेट लेकर ऐसा करने वाले ऑस्ट्रलिया टीम के सबसे कम उम्र स्पिनर बन गए हैं।
सांख्यिकीविद, स्वैम्प ने बताया कि टॉड मर्फी 1957 के बाद टेस्ट फॉर्मेट में टीम के शुरुआती चार विकेट लेने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज बने इसके पहले इयान मेकिफ ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी। भारत के खिलाफ टॉड मर्फी के इस शानदार प्रदर्शन को देख पूर्व टेस्ट बल्लेबाज मार्क वॉ ने कमेंट्री में कहा "ख़्वाब इन्हीं से बुने होते हैं।"