नई दिल्ली। मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर आज से ठीक 57 साल पहले सीमित ओवरों की क्रिकेट का आगाज हुआ था जिसमें बाद में भारतीय बल्लेबाजों विशेषकर सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली ने अपनी विशेष छाप छोड़ी। क्रिकेट से नए दर्शकों को जोड़ने की कवायद में इंग्लैंड ने इस नए प्रारूप की शुरुआत की थी जिसका पहला मैच लंकाशर और लीस्टरशर के बीच एक मई 1963 को खेला गया था। यह मैच बारिश से प्रभावित रहा और दूसरे दिन (रिजर्व डे) इसका परिणाम निकल पाया था।
यह मैच आज की तरह 50 ओवरों का नहीं बल्कि 65 ओवरों का था जिसमें लंकाशर के पीटर मार्नर शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बने थे। ब्रायन स्टैथम (28 रन देकर 2 विकेट) की शानदार गेंदबाजी से लंकाशर ने 101 रन से जीत दर्ज की थी। क्रिकेट के इस नए प्रारूप को लिस्ट ए और इसके अंतरराष्ट्रीय स्वरूप को एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय (वनडे) नाम मिला। कुछ ने इसे फटाफट क्रिकेट कहा तो आलोचकों ने ‘पाजामा क्रिकेट’ कहकर इसकी आलोचना की। बाद में क्रिकेट में इससे भी छोटा प्रारूप टी20 जुड़ा।
लिस्ट ए क्रिकेट ने इसके बाद लंबा रास्ता तय किया। इसकी बदौलत क्रिकेट में भी विश्व कप का आयोजन हो पाया जबकि कुछ क्रिकेटरों को अपना खास पराक्रम दिखाने का मौका मिला। सीमित ओवरों की क्रिकेट की बदौलत ही तेंदुलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक पूरा कर पाए।
तेंदुलकर ने वनडे में 49 शतकों की मदद से 18426 रन बनाए हैं। वह लिस्ट ए में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में ग्राहम गूच (22211) और ग्रीम हिक (22059) के बाद तीसरे नंबर पर हैं। तेंदुलकर ने लिस्ट ए में 21999 रन बनाए हैं जिसमें 60 शतक शामिल हैं जो कि विश्व रिकॉर्ड है।
शतकों के मामले में तेंदुलकर के रिकॉर्ड को कोहली तोड़ सकते हैं जिनके नाम पर 47 शतक दर्ज हैं। कोहली ने अभी तक लिस्ट ए में 282 मैच खेलकर 13309 रन बनाए हैं। हिक ने सर्वाधिक 651 जबकि गूच ने 613 मैच खेले हैं। कुल 14 खिलाड़ियों ने 500 या इससे अधिक लिस्ट ए मैच खेले हैं जिनमें तेंदुलकर (551) भी शामिल हैं।
रोहित शर्मा ने वनडे में भले ही सर्वोच्च स्कोर बनाया लेकिन लिस्ट ए में यह रिकॉर्ड इंग्लैंड के एलिस्टेयर ब्राउन के नाम पर है जिन्होंने 2002 में सर्रे की तरफ से ग्लोमोर्गन के खिलाफ ओवल में 268 रन बनाये थे। रोहित का श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता में बनाया गया 264 रन का स्कोर इस सूची में दूसरे स्थान पर है।
लिस्ट ए में सर्वाधिक विकेट पाकिस्तान के वसीम अकरम (881) के नाम पर दर्ज हैं लेकिन एक मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का रिकॉर्ड एक भारतीय शाहबाज नदीम के नाम पर है। उन्होंने 2018-19 के सत्र में झारखंड की तरफ से राजस्थान के खिलाफ 10 रन देकर 8 विकेट लिए थे। नदीम ने एक अन्य भारतीय राहुल सिंघवी (15 रन देकर 8 विकेट, दिल्ली बनाम हिमाचल प्रदेश, ऊना 1997-98) का रिकॉर्ड तोड़ा था।
अनिल कुंबले (514) वैसे लिस्ट ए में सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं। एक अन्य पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इस प्रारूप में सर्वाधिक स्टंप (141) का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। विकेटकीपर के रूप में सर्वाधिक शिकार हालांकि इंग्लैंड के स्टीव रोड्स (661) के नाम दर्ज हैं। लिस्ट ए में अभी तक कोई टीम 500 रन नहीं बना पाई है। सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड सर्रे के नाम पर है जिसने 2007 में ग्लूस्टरशर के खिलाफ ओवल में 496 रन बनाए थे। (भाषा)