विशाखापत्तनम: सूर्यकुमार यादव टी-20 क्रिकेट के नंबर 1 बल्लेबाज हैं लेकिन एकदिवसीय क्रिकेट में उनके लिए अभी तक सफर अच्छा नहीं गया है। वह न केवल इस प्रारुप में अपना पहला शतक ढूंढ रहे हैं। बल्कि पिछली 14 पारियों से वह अर्धशतक लगाने में भी चूक रहे हैं। अगर उनकी आखिरी 10 वनडे पारियों की बात करें तो वह 108 रन बना पाए हैं जिसमें सिर्फ 1 बार ही वह नाबाद रहे हैं और दो बार वह 30 पार जा पाए हैं।
चोटिल बल्लेबाज श्रेयस अय्यर की जगह पर खेलने वाले सूर्यकुमार यादव के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज तो किसी बुरे सपने जैसी साबित हो रही है। वह दोनों ही वनडे मैच में बिना खाता खोले आउट हो गए। यही नहीं 1 वनडे सीरीज में 2 बार गोल्डन डक (पहली गेंद )पर आउट होने वाले वह पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं।
दोनों ही मौकों पर ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क ने उनको अंदर आती हुई गेंद पर पगबाधा आउट किया। मिचेल स्टार्क ने उनके टी-20 के खेल को परख कर गेंद घुटने की ओर डाली और सूर्यकुमार का झुकाव दोनों बार ड्राइव मारने पर रहा। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज पर यह भारतीय बल्लेबाजों की समस्या नई नहीं है लेकिन सूर्यकुमार के लिए इस प्रारुप और इस तरह के गेंदबाज पर आगे खासी दिक्कतें आनी वाली है। अब तो वनडे में उनकी जगह पर भी सवाल उठने लग गया है लेकिन रोहित शायद ही उन्हें अंतिम वनडे में बाहर बैठाएं।
सूर्यकुमार को पता है कि उसे अच्छा प्रदर्शन करना होगा : रोहित शर्मा
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने रविवार को कहा कि वनडे क्रिकेट में लय हासिल करने के लिये जूझ रहे बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को पता है कि उसे अच्छा प्रदर्शन करना होगा और टीम प्रबंधन उसे लगातार मौके देगा।
सूर्यकुमार आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दोनों वनडे में खाता भी नहीं खोल सके । पिछली 16 वनडे पारियों में वह अर्धशतक भी नहीं बना सके हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ नाबाद 34 रन उनका सर्वोच्च स्कोर है।
रोहित ने दूसरे वनडे में दस विकेट से मिली हार के बाद कहा , हमें श्रेयस अय्यर की वापसी के बारे में पता नहीं है । उसकी जगह खाली है तो हम सूर्य को ही उतारेंगे । उसने सीमित ओवरों में बहुत अच्छा प्रदश्रन किया है और मैं कई बार कह चुका हूं कि जिसमें क्षमता है, उसे मौके मिलेंगे।
उन्होंने कहा , उसे पता है कि उसे वनडे में भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा। मैं कह चुका कि क्षमतावान खिलाड़ियों को यह कभी नहीं लगना चाहिये कि उन्हें भरपूर मौके नहीं दिये गए।
उन्होंने कहा , पिछले दो मैचों में वह जल्दी आउट हो गया लेकिन उसे सात आठ या दस मैच लगातार देने होंगे ताकि वह अधिक सहज हो सके । अभी उसे किसी के चोटिल होने या उपलब्ध नहीं होने पर मौका मिल रहा है। टीम प्रबंधन का काम खिलाड़ियों को मौके देना है और जब लगे कि वह सहज नहीं है या रन नहीं बन रहे , तब इसके बारे में सोचेंगे। अभी हम उस रास्ते पर नहीं हैं।कप्तान भले ही सूर्यकुमार यादव का पक्ष ले रहे हों लेकिन उन्हें सोशल मीडिया पर खासी ट्रोलिंग सहनी पड़ रही है।