वेलिंगटन। श्रीलंका अपनी हाल की खराब फार्म और मैदान से बाहर की उथल पुथल को दरकिनार करके न्यूजीलैंड के खिलाफ शनिवार से यहां शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच में नई शुरुआत करने के लिए उतरेगा। श्रीलंका की तैयारियां सही रही लेकिन कोचिंग स्टाफ में बदलाव और पिछले महीने इंग्लैंड के हाथों तीनों टेस्ट मैच गंवाने के बाद उस पर काफी दबाव है।
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर जोनाथन लुईस को इस सप्ताह टीम का बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया गया। ऑस्ट्रेलिया के स्टीव रिक्सन को पिछले सप्ताह की क्षेत्ररक्षण कोच बनाया गया था। श्रीलंका के गेंदबाजी कोच नुवान जोएसा को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने मैच फिक्सिंग और अन्य भ्रष्ट गतिविधियों के आरोपों में अक्टूबर में निलंबित कर दिया था।
इसी महीने पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या पर मैच फिक्सिंग जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगा। यही नहीं ऑफ स्पिनर अकिला धनंजय गैरकानूनी गेंदबाजी एक्शन के कारण निलंबित कर दिया गया और इंग्लैंड से हार के बाद उसके राष्ट्रीय चयन पैनल को बर्खास्त कर दिया गया।
सलामी बल्लेबाज दिमुथ करूणारत्ने ने स्वीकार किया कि इस उथल पुथल के बीच न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल था।
उन्होंने कहा, यह आसान नहीं है। पूरा टीम प्रबंधन बदल दिया गया है लेकिन हम उसी बेसिक्स के साथ मैदान पर उतरेंगे। हम एक टीम के तौर पर एकजुट होने की कोशिश कर रहे हैं। हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके जीतने की कोशिश करेंगे।
चौथी रैंकिंग का न्यूजीलैंड पूरे आत्मविश्वास के साथ मैदान पर उतरेगा। उसने पाकिस्तान को 49 साल बाद अपने देश से बाहर टेस्ट श्रृंखला में पराजित किया। न्यूजीलैंड के कोच गैरी स्टीड ने हालांकि कहा कि वे श्रीलंका को हल्के से नहीं लेंगे और उनकी चिंता अपने खिलाड़ियों की थकान को लेकर है।
उन्होंने न्यूजीलैंड रेडियो से कहा, कुछ खिलाड़ी अब भी लंबी उड़ान की थकान से नहीं उबरे हैं। यही नहीं हमें धीमे और टर्निंग विकेट से उलट कड़े, तेज और उछाल वाले विकेट पर खेलना पड़ सकता है। हमें इनसे सतर्क रहना होगा।