कोलकाता। पूर्व क्रिकेटर से प्रशासक के रूप में बदलाव के दौरान सफल रहे पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने आज कहा कि ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स पर विश्वकप टी20 (2016) का आयोजन जीवन का सबसे बड़ा अनुभव रहा है।
सितंबर 2015 में जगमोहन डालमिया के निधन के बाद गांगुली को 2016 की शुरुआत में जब बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) का अध्यक्ष बनाया गया तो वह प्रशासक की भूमिका में नए थे। पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि प्रशासक की भूमिका उनके लिए आंख खोलने वाली थी।
गांगुली ने आज यहां कैब के वार्षिक पुरस्कार समारोह के दौरान कहा, ‘मैंने भले ही 400 से अधिक मैच खेले हों लेकिन मैं निश्चित तौर पर कहूंगा कि विश्व टूर्नामेंट की मेजबानी जीवन का सबसे बड़ा अनुभव है और यह आंखें खोलने वाला था।’ पिछले साल ईडन गार्डन्स ने विश्व टी20 के फाइनल सहित टूर्नामेंट के पांच मैचों का आयोजन किया था। वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को हराकर यह टूर्नामेंट जीता था।
गांगुली ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तारीफ की और याद किया कि धर्मशाला में विरोधी प्रदर्शन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व टी20 मुकाबला ईडन गार्डन्स पर स्थानांतरित करने में उन्होंने कितना समर्थन दिया।
कैब प्रमुख ने कहा, ‘मुझे याद है कि आईसीसी का फोन आया और उन्होंने ईडन गार्डन्स के भारत-पाक मैच की मेजबानी के लिए तैयार होने के बारे में पूछा।’ उन्होंने कहा, ‘‘वह (ममता) कहीं और किसी कार्यक्रम के बीच में थी और मैंने उन्हें एसएमएस भेजा। काफी दूर होने के बावजूद उन्होंने तुरंत जवाब दिया। 45 मिनट के भीतर मुझे उनके कार्यालय से आश्वासन पत्र मिला कि राज्य हर जरूरी सुरक्षा मुहैया कराने को तैयार है।’
तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी को सम्मानित करते हुए भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उपलब्धि के बारे में गांगुली ने कहा, ‘मुझे अब भी रविवार को हुए विश्व कप फाइनल याद है। मेरी मां ने पिछली बार क्रिकेट मैच तब देखा था, जब मैं खेलता था और अगली बार तब देखा जब आप खेले।’
उन्होंने कहा कि वह मेरे साथ बैठीं थीं और कह रही थी कि मैं उम्मीद करती हूं कि झूलन जीते। कोई बात नहीं आपको महिला विश्व टी20 (अगले साल) में एक और मौका मिलेगा।’ इस दौरान मुख्य अतिथि ममता ने झूलन को सम्मानित भी किया। (भाषा)