भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बुधवार को कहा कि वह “कुछ शुरू करने की योजना बना रहे हैं” जो “बहुत से लोगों की मदद करेगा”, जिसने इन अटकलों को हवा दी है कि वह राजनीति में शामिल हो सकते हैं।
2019 में बीसीसीआई अध्यक्ष चुने गये गांगुली ने ट्विटर पर एक बयान साझा करते हुए कहा कि 1992 में शुरू हुए उनके क्रिकेट करियर को 2022 में 30 साल पूरे हो गए हैं।
गांगुली ने कहा, “तब से क्रिकेट ने मुझे बहुत कुछ दिया है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसने मुझे आप सभी का समर्थन दिया है।”उन्होंने यात्रा का हिस्सा बनने वाले सभी लोगों को धन्यवाद दिया और कहा, “आज, मैं कुछ ऐसा शुरू करने की योजना बना रहा हूं जो मुझे लगता है कि शायद बहुत से लोगों की मदद करेगा। मुझे आशा है कि मेरे जीवन के इस अध्याय में प्रवेश करने पर आप अपना समर्थन जारी रखेंगे।”
बयान के बाद अटकलें लगाई गयी हैं कि वह राजनीति में प्रवेश कर सकते हैं। उन्होंने हाल ही में पश्चिम बंगाल के अपने पैतृक निवास पर गृह मंत्री अमित शाह की मेजबानी की थी, जिससे अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह राजनीति में शामिल हो सकते हैं।
जय शाह ने किया खबरों का खंडन
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली के इस्तीफ़े की अफवाहों को शांत करते हुए बोर्ड के सचिव जय शाह ने कहा है कि वह अपने पद पर बने रहेंगे।
गांगुली ने बुधवार को सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा था कि वह “अपने जीवन में कुछ नया शुरू करने जा रहे हैं,” जिसके बाद यह अटकलें लगायी जा रही थीं कि वह बीसीसीआई अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देकर राजनीति का रुख़ करेंगे।
इसके कुछ समय बाद ही बीसीसीआई सचिव शाह ने बयान जारी कर कहा कि गांगुली ने इस्तीफ़ा नहीं दिया है। उन्होंने कहा, “सौरव गांगुली ने बीसीसीआई अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा नहीं दिया है।”जय शाह के इस बयान के बाद सौरव गांगुली के राजनीति पर जाने वाली अटकलों पर तो ब्रेक लग गया है।
शैक्षणिक एप्प की अटकलों को गांगुली ने बताया गलत
शैक्षणिक एप्प की अटकलों को भी सौरव गांगुली ने एक ट्वीट के जरिए सिरे से खारिज कर दिया था। हाल फिलहाल उन्होंने एक और ट्वीट करके इस पूरे मामले से राज खोल दिया है। हालांकि यह मजाक साबित हुआ और कुछ ही घंटो के बाद उन्होंने राज खोला
शिक्षकों और कोच के लिए कुछ करने वाले हैं दादा
सौरव गांगुली ने ट्वीट कर लिखा कि वह खेल में कोच और कक्षाओं के शिक्षकों के लिए कुछ करना चाहते हैं। दो ट्वीट के अंत में उन्होंने एक संस्था क्लास प्लस से जोड़ा और एक हैशटैग दादासपोर्ट्स भी दिया।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने गुरुवार को 'क्लासप्लस' नामक ऐप लॉन्च किया।क्लासप्लस एक एजुकेशन-टेक स्टार्टअप है जिसकी मदद से शिक्षक और कौशल-आधारित कंटेंट क्रियेटर्स अपने स्वयं के ब्रांडेड ऐप्स के साथ धन अर्जित कर सकेंगे।
सौरव गांगुली ने ऐप लॉन्च करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर कहा, "आईपीएल ने हमें कई बेहतरीन खिलाड़ी दिये लेकिन जो चीज़ मुझे प्रेरित करती है वह ये कि इन खिलाड़ियों के कोच इनकी सफ़लता के लिये खून पसीना एक कर देते हैं। सिर्फ क्रिकेट नहीं बल्कि अकादमिक, फुटबॉल, संगीत जैसे क्षेत्रों के लिये भी यह सच है।"
उन्होंने कहा, "हम हमेशा से अभिनेताओं, खिलाड़ियों और सफ़ल व्यावसायियों का महिमामंडन करते आ रहे हैं। अब वक्त आ गया है कि हम असली नायकों, कोच और शिक्षकों का महिमामंडन करें।"
गांगुली ने कहा, "मैं सभी शिक्षकों और कोच के लिये कुछ करना चाहता हूं। आज से मैं उनका समर्थन करने के लिये उनके ट्रेडमार्क राजदूत (ब्रांड अंबैसडर) के रूप में काम करूंगा। मेरे लक्ष्य में मेरी सहायता करने के लिये मैं क्लासप्लस का आभारी हूं।"