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199 शतक और 61 हज़ार रन बनाने वाले इस महान क्रिकेटर को भुला दिया गया

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शराफत खान

18वीं शताब्दी में क्रिकेट की शुरुआत के बाद साल 2018 तक इस खेल में कई बदलाव आए और अलग अलग शैली के खिलाड़ियों ने रिकॉर्ड बनाए। आज की पीढ़ी विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी, रोहित शर्मा, जो रूट, केन विलियमसन, डेल स्टेान, जेम्स एंडरसन, मिचेल स्टार्क जैसे खिलाड़ियों की फैन है। इससे पहले के युग में जाएंगे तो आपको सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा, इंज़माम उल हक़, स्टीव वॉ, रिकी पोंटिग, शिव नारायण चंद्रपॉल, जैक कैलिस, यूनिस खान, शेन वॉर्न, वसीम अकरन, कर्टली एम्ब्रोस, कोर्टनी वॉल्श के फैन मिल जाएंगे और इसे आज की पीढ़ी क्रिकेट का क्लासिकल एरा मानती है।

बहुत कम लोग होंगे जो कपिल देव, रिचर्ड हैडली, इयॉन बॉथम, विव रिचर्ड्‍स, एलन बॉर्डर, ग्रेग चैपल, जहीर अब्बास, जावेद मियांदाद, इमरान खान, डेविड गावर, एंडी रॉबर्ट्स की क्रिकेट गाथा तक पहुंचेंगे। और अगर कुछ पहुंचे भी तो इसके बाद की पीढ़ी के नाम पर वे सीधे जिस लेकर और डोनाल्ड ब्रेडमैन या गैरी सोबर्स का नाम लें लेंगे।

आज हम बात करेंगे एक ऐसे क्रिकेटर के बारे में जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। यह वह बल्लेबाज़ हैं, जिनके नाम पर दुनिया में सबसे अधिक फर्स्ट क्लास रन हैं और 199 शतक लगाकर वे जब वे क्रिकेट से रिटायर्ड हुए तो कह रहे थे कि बहुत कुछ करना था, कर नहीं पाया। ये हैं इंग्लैंड के महान बल्लेबाज़ सर जैक हॉब्स।

16 दिसंबर 1882 को जन्मे सर जैक हॉब्स क्रिकेट की दुनिया के पहले ऐसे बल्लेबाज़ थे, जिन्हें चट्टान की उपमा दी गई। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 61730 रन, 199 शतक और 273 अर्धशतक और इस दौरान औसत 50.70 का रहा। यह कोई मामूली आंकड़ा नहीं है। पूरी टीम मिलकर भी सालों क्रिकेट खेले तो भी इस आंकड़े को छू नहीं सकती।

सर जैक हॉब्स ने 1 जनवरी 1908 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला। टेस्ट क्रिकेट में भी उनके आंकड़े कमाल के हैं। उन्होंने केवल 61 टेस्ट मैचों में 15 शतक लगाए थे। यह वो ज़माना था जब पिच उबड़ खाबड़ हुआ करते थे और गेंदबाज अपनी स्पीड के साथ कातिलाना गेंदबाजी करते थे। उस समय जैक हॉब्स विकेट पर अड़ जाया करते थे।

फिटनेस तो ऐसी कि मजाल है कि कोई मैच छूट जाए। लगातार 48 साल की उम्र तक क्रिकेट खेलना और न केवल खेलना बल्कि बेहतरीन तरीके से खेलना कोई मामूली बात नहीं है। सर जैक हॉब्स ने अपने बाद वाली पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया। महान खिलाड़ियों की ऑल टाइम ग्रेट टीम में सर जैक हॉब्स अनिवार्य रूप से शामिल रहे हैं। आज की पीढ़ी ऑल टाइम ग्रेट इलेवन टीम में इनका नाम देखकर सोचती तो होगी कि ये कौन हैं?

आज क्रिकेट के महान बल्लेबाजों की चर्चा में हम सुनील गावस्कर से सीधे डॉन ब्रेडमैन पर पहुंच जाते हैं। जैक हॉब्स की कोई चर्चा ही नहीं होती। ईमानदारी से आप ही बताएं कि आप हॉब्स के  बारे में कितना जानते थे।

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