हैमिल्टन। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे मुकाबले में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ने वाले भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने को लेकर कहा कि उन्हें भारत ए की ओर से खेलने के कारण इस स्थान पर बल्लेबाजी करने में मदद मिली है।
श्रेयस ने न्यूजीलैंड ने खिलाफ बुधवार को पहले एकदिवसीय मुकाबले में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 107 गेंदों में 11 चौकों और 1 छक्के की मदद से 103 रन बनाए थे जिसकी बदौलत भारत ने मेजबान टीम 347 का लक्ष्य दिया था। हालांकि भारतीय टीम यह मुकाबला 4 विकेट से हार गई थी।
श्रेयस ने कहा, इंडिया ए की ओर से खेलना हमेशा ही मेरे लिए फायदेमंद रहा है। ऐसा नहीं है कि भारत ए की ओर से खेलते हुए मैं नंबर 4 पर ही हमेशा बल्लेबाजी करता था। आपको हालात के हिसाब से बल्लेबाजी क्रम में परिवर्तन भी करना पड़ता है।
उन्होंने कहा, मनीष पांडे इंडिया ए की ओर से खेलते हुए नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हैं और हम उनसे उनका स्थान नहीं छीन सकते। हम उन्हें इंडिया ए का लीजेंड बुलाते हैं। मैंने बल्लेबाजी में अपना स्थान तीसरे से पांचवें नंबर पर बदला है क्योंकि वहां अच्छा अभ्यास होता है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल इंग्लैंड में हुए आईसीसी विश्व कप के दौरान वनडे में नंबर 4 पर बल्लेबाजी को लेकर संशय उठा था। हालांकि श्रेयस के लगातार बेहतरीन प्रदर्शन से इस स्थान पर उनकी दावेदारी मजबूत हो गई है।
लोकेश राहुल की पारी की तारीफ करते हुए श्रेयस ने कहा, राहुल जिस तरह गेंद को देखकर शॉट का चयन करते हैं यह देखना वाकई दिलचस्प है। जब उन्होंने पहला छक्का जड़ा तो मैंने उनसे मैदान में ही पूछा कि उन्होंने गेंद को फुटबॉल की तरह देखा था। बल्लेबाजी के दौरान उनकी योजना से सीखना वाकई बेहद जरुरी है।
उन्होंने कहा, मैं पहला अंतरराष्ट्रीय शतक जड़कर खुश हूं लेकिन मुझे और भी खुशी होती अगर हम यह मैच जीत जाते। यह मेरा पहला शतक था लेकिन अभी मुझे और भी बेहतर करना है। मैं उम्मीद करता हूं कि अगली बार जब मैं ऐसी पारी खेलूं तो हमारी टीम उस मुकाबले में विजयी रहे।
बड़ा स्कोर बनाने के बावजूद मैच नहीं जीत पाने को लेकर भारतीय बल्लेबाज ने कहा, यह महज एक हार है। सभी खिलाड़ी अपनी लय में थे। टीम में सभी खिलाड़ियों के पास वापसी करने का आत्मविश्वास है और टीम ने पहले भी ऐसा किया है। लेकिन इन सबके बीच न्यूजीलैंड की टीम ने बेहतरीन बल्लेबाजी की।
श्रेयस ने कहा, विकेट में दूसरी पारी में सुधार हुआ। गेंद बल्ले पर आसानी से आ रही थी और इस मुकाबले में ओस ने भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और आपको उन्हें इसका श्रेय देना पड़ेगा। 348 रन का लक्ष्य आसान नहीं था लेकिन उन्होंने जिस तरह बल्लेबाजी की यह देखना वाकई शानदार था।