जॉहन्सबर्ग में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन ऐसा प्रतीत हुआ कि दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों का मुकाबला सिर्फ शार्दुल ठाकुर से हो रहा है। सिर्फ 5 टेस्ट खेल चुके शार्दुल ठाकुर ने कमाल कर 61 गेंदो पर 7 विकेट ले लिए।
यह पहला मौका है जब दक्षिण अफ्रीका की धरती पर किसी भारतीय गेंदबाज ने 7 विकेट लिए है। यही नहीं दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किसी भी भारतीय गेंदबाज का यह सबसे बेहतरीन गेंदबाजी प्रदर्शन है।
रविचंद्रन अश्विन और हरभजन सिंह ने भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में 7 विकेट चटकाए हैं लेकिन उन्होंने 66 और 87 रन दिए हैं।
इसके अलावा जॉहन्सबर्ग के वॉंंडरर्स में 7 विकेट लेने वाले न केवल पहले भारतीय गेंदबाज है बल्कि पहले एशियाई गेंदबाज भी है। इस पिच पर सबसे बेहतरीन गेंदबाजी प्रदर्शन की लिस्ट में वह तीसरे स्थान पर है।इंग्लैंड के मैथ्यू होगार्ड ने भी साल 2005 में यहां पर 61 रन देकर 7 विकेट चटकाए थे।
दक्षिण अफ्रीका के अंतिम 2 विकेट लेने वाले शार्दुल ने दिन की शुरुआत से ही मेजबानों पर दबाव बनाना शुरु किया था।एक समय दक्षिण अफ्रीका 88 रनों पर सिर्फ 1 विकेट खोकर मजबूत स्थिति में खड़ी थी।
शार्दुल ने घातक गेंदबाजी करते हुए भारत की वापसी कराई और दक्षिण अफ्रीका पर दबाव बनाया। लंच तक तीन विकेट निकालने के बाद शार्दुल ने चायकाल तक शानदार गेंदबाजी की और दो और विकेट निकालते हुए दक्षिण अफ्रीका को बैकफुट पर धकेल दिया। उन्होंने 13.1 ओवर में 43 रन देकर पांच विकेट निकाले जो उनका टेस्ट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है। शार्दुल ने शीर्ष क्रम और मध्य क्रम की कमर तोड़ दी। मोहम्मद शमी ने भी चाय तक एक विकेट निकाला और दक्षिण अफ्रीका पर दोनों छोर से दबाव बनाया। शमी 20 ओवर में 52 रन पर दो विकेट लिए।
दक्षिण अफ्रीका ने लंच के बाद चार विकेट पर 102 रन से आगेे खेलना शुरू किया और चाय तक तीन विकेट गंवा कर 89 रन और जोड़े। लंच के बाद कोई भी बल्लेबाज साझेदारी नहीं कर पाया। केवल तेम्बा बावुमा और काइल वेरेने के बीच पांचवें विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी हुई, लेकिन 162 के स्कोर पर वेरेने के आउट होने से यह साझेदारी टूट गई। इसके बाद 177 के स्कोर बावुमा के रूप में छठा और 179 के स्कोर पर कैगिसो रबादा के रूप में दक्षिण अफ्रीका का सातवां विकेट गिरा। बावुमा छह चौकों और एक छक्के की मदद से 60 गेंदों पर 51 और वेरेने दो चौकों के सहारे 72 गेंदों पर 21 रन बना कर आउट हुए। रबादा शून्य पर आउट हुए। रबादा को शमी ने पवेलियन भेजा।
मार्को जेनसन और केशव महाराज चाय के दौरान क्रीज पर थे। अंतिम सत्र में दोनों ने तेजी से रन बनाने शुरु किए। जिससे दक्षिण अफ्रीका 229 रनों तक पहुंच पायी।