लंदन। भ्रष्ट पेशकश की रिपोर्ट नहीं करने के कारण प्रतिबंधित हुए बांग्लादेशी कप्तान और शीर्ष ऑलराउंडर शाकिब अल हसन खेल के नियम बनाने वाली एमसीसी की विश्व क्रिकेट समिति से हट गए हैं। शाकिब ने आईसीसी भ्रष्टाचाररोधी संहिता के उल्लघंन के आरोपों को स्वीकार कर लिया है जिससे वे इस सजा के खिलाफ अपील नहीं कर सकते।
मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के अनुसार, मेरिलबोन क्रिकेट क्लब आज इस बात की पुष्टि करता है कि शाकिब अल हसन एमसीसी विश्व क्रिकेट समिति से हट गए हैं। शाकिब पर मंगलवार को आईसीसी ने 2 साल का प्रतिबंध लगाया था। इस खिलाड़ी ने आईसीसी भ्रष्टाचाररोधी संहिता के उल्लघंन के आरोपों को स्वीकार कर लिया है जिससे वे इस सजा के खिलाफ अपील नहीं कर सकते।
शाकिब अक्टूबर 2017 में एमसीसी विश्व क्रिकेट समिति से जुड़े थे और उन्होंने सिडनी और बेंगलुरु में दोनों जगह बैठकों में शिरकत की थी। एमसीसी विश्व क्रिकेट समिति में दुनिया के मौजूदा और पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर और अंपायर शामिल होते हैं जो एक साल में 2 बार मिलकर खेल की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करते हैं।
अगली बैठक मार्च 2020 में श्रीलंका में होनी है। विश्व क्रिकेट समिति के चेयरमैन माइक गैटिंग ने कहा, हमें दुख है कि समिति में शाकिब नहीं होंगे, जिसमें उन्होंने पिछले 2 वर्षों में काफी योगदान किया है। क्रिकेट भावना के संरक्षक होने के नाते हम उनके इस्तीफे का समर्थन करते हैं और मानते हैं कि यह सही फैसला था।