कैनबरा। भारत के खिलाफ पहला एडिलेड टेस्ट हारने के बाद ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम अब 14 दिसंबर से पर्थ में शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट से पलटवार करने की तैयारी में जुटी है जिसकी अगुवाई कप्तान टिम पेन के हाथों में ही रहेगी। पेन का चोट के कारण पहले खेलना संदिग्ध लग रहा था।
ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच जस्टिन लेंगर ने मंगलवार को कहा कि पेन की मौजूदगी टीम के लिए मनोबल बढ़ाने वाली है। भारत से पहला मैच 31 रन से हारने के बाद मेजबान टीम चार टेस्टों की सीरीज में 1-0 से पिछड़ गई है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के अनुसार लेंगर ने घोषणा की है कि कप्तान पेन ही पर्थ टेस्ट में टीम की अगुवाई करेंगे। पेन का चोट के कारण पर्थ में खेलना संदिग्ध माना जा रहा था।
एडिलेड ओवल में मैच के दौरान पेन को उंगली में चोट लग गई थी। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पहले भी इस उंगली में चोट लगा चुके हैं जिसके लिए उन्हें सात वर्षों में सात बार ऑपरेशन भी कराना पड़ा है। टीम के कोच लेंगर ने अटकलों पर विराम लगाते हुए स्पष्ट कर दिया है कि पेन पर्थ मैच में निश्चित तौर पर खेलने उतरेंगे।
सीए की आधिकारिक वेबसाइट पर दिए साक्षात्कार में लेंगर ने कप्तान की तारीफ करते हुए कहा, मैं जिन लोगों से अब तक मिला हूं उनमें पेन एक बेहद मजबूत खिलाड़ी हैं। यदि हमें चार स्थानों को लेकर भी माथापच्ची करनी हो तब भी वह उसमें शामिल होंगे। वह पूरी तरह से ठीक हैं।
कोच ने कहा, मैं मानता हूं कि उन्हें कुछ समस्याएं हैं लेकिन मैच से पहले वह 100 फीसदी ठीक होंगे। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ओपनर लेंगर ने साथ ही पहले टेस्ट में हारने के बावजूद अपनी टीम के लड़ने के जज्बे की तारीफ की लेकिन माना कि बल्लेबाजों को बड़ी साझेदारियों की जरूरत है। (वार्ता)