मेलबोर्न। सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया में बल्ला बनाने वाली एक कंपनी पर एक्सक्लूसिव लाइसेंस करार के अंतर्गत कथित रूप से 30 लाख डॉलर का भुगतान करने में विफल होने के लिए मुकदमा दायर किया है। मीडिया में आई खबरों से इसकी जानकारी मिली है।
तेंदुलकर ने सिडनी की कंपनी स्पार्टन स्पोर्ट्स से 2016 में करार पर हस्ताक्षर किए थे। इसमें भारत के व्यवसायी कुणाल शर्मा सहसंस्थापक हैं। इस करार में कंपनी अपने उत्पादों पर उनके नाम और फोटो के इस्तेमाल करती थी।
पिछले साल सितंबर में 45 वर्षीय तेंदुलकर ने करोड़ों के भुगतान में विफल होने पर कंपनी से जुड़ाव समाप्त कर दिया था और कंपनी से अपने नाम का इस्तेमाल करने को मना कर दिया था। निवेशक और बोर्ड के सलाहकार सदस्य तेंदुलकर ने अब ऑस्ट्रेलिया की अदालत में मुकदमा दायर किया है।
'सिडनी मॉर्निंग हेरॉल्ड' की रिपोर्ट के अनुसार तेंदुलकर स्पार्टन पर मुकदमा ठोक रहे हैं, क्योंकि यह कंपनी खेल उत्पादों पर उनके नाम और फोटो के इस्तेमाल के लिए एक्सक्लूसिव लाइसेंस समझौते के तहत उन्हें 30 लाख डॉलर का भुगतान नहीं कर सकी।
यह पता नहीं चला है कि तेंदुलकर ने कितने हर्जाने की मांग की है? दिलचस्प बात यह है कि डेविड वॉर्नर ने स्पार्टन कंपनी द्वारा बनाए गए बल्ले का इस्तेमाल किया था जिससे उन्होंने बुधवार को टांटन में विश्व कप मैच में पाकिस्तान के खिलाफ 107 रनों की शतकीय पारी खेली थी।
रिपोर्ट के मुताबिक वॉर्नर ने हाल में स्पार्टन से नया अनुबंध किया है लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें इस करार के कुछ हिस्से का भुगतान किया गया है या नहीं? (भाषा)