आखिरकार रोहित शर्मा ने टेस्ट टीम में रहकर विदेशी पिच पर अपना पहला शतक जड़ डाला। रोहित शर्मा ने स्पिनर मोइन अली की गेंद पर छक्का जड़कर अपना यह शतक पूरा किया। पहले पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ऐसे शतक पूरा किया करते थे।
ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले रोहित ने 32 टेस्ट मैचों में रोहित शर्मा ने 46 की औसत से 2141 रन बनाए थे। इसमें 6 शतक और एक दोहरा शतक है।
लेकिन इन आंकड़ों का दूसरा पहलू देखें तो रोहित की बड़ी पारियां वेस्टइंडीज श्रीलंका जैसी टीमों के खिलाफ आयी थी। अगर किसी बड़ी टीम के खिलाफ उन्होंने शतक लगाया भी था तो वह भारतीय पिच पर। लेकिन अब उन्होंने खुद को विदेशी पिचों पर साबित करना शुरु कर दिया है।
इस साल इंग्लैंड के खिलाफ यह उनका दूसरा शतक है। पहला शतक चेन्नई के चिन्नास्वामी स्टेडियम पर रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में जड़ा था।
3000 टेस्ट रन भी किए पूरे
रोहित अपने 43वें टेस्ट में इस उपलब्धि पर पहुंचे हैं। इस मैच से पहले तक रोहित के 42 टेस्टों में 46.17 के औसत से 2909 रन थे। रोहित ने ऑफ स्पिनर मोईन अली की गेंद पर छक्का मारकर अपना शतक पूरा किया। रोहित के 43 टेस्टों में 3023 रन हो गए हैं जिसमें आठ शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। इससे पहले उनके सभी सात शतक भारतीय जमीन पर बने थे।
चौथे टेस्ट के तीसरे दिन रोहित शर्मा को बल्लेबाजी में कोई तकलीफ नहीं आयी। आसमान पर बादल छाये थे लेकिन रोहित ने एंडरसन, ओली रॉबिन्सन और क्रिस वोक्स के खिलाफ अच्छी तकनीक अपनायी।रोहित ने इस पूरी श्रृंखला में ऑफ स्टंप के बाहर जाती सभी गेंदों को छोड़ा है और आगे आकर खेले हैं। साथ ही उन्होंने लूज गेंदों का फायदा उठाया।
भोजनकाल के बाद उन्होंने अपने 50 रन पूरे किए। इसके बाद तो उन्होंने एक्सीलरेटर पर पैर रख दिया। रोहित शर्मा ने खासी तेजी से रन बनाए। खबर लिखे जाने तक रोहित शर्मा 215 गेंदो में 12 चौकों और 1 छक्के की मदद से 101 रन बना चुके थे।
रोहित शर्मा ने भोजनकाल से पहले केएल राहुल के साथ पहले विकेट के लिए 83 रन जोड़े। दूसरे सत्र में इंग्लैंड को कोई भी विकेट नहीं मिला और चेतेश्वर और रोहित की 116 रनों की साझेदारी की बदौलत भारत ने इंग्लैंड पर 100 रनों की बढ़त ले ली है।