टीम इंडिया के विकेटकीपर और बाएं हाथ के बल्लेबाज ऋषभ पंत पिछले साल टीम इंडिया की रेट्रो जर्सी पहनने से चूक गए थे। कोविड काल में ऑस्ट्रेलिया से होने वाली सीरीज में यह जर्सी टीम इंडिया ने पहनी थी। अब यही जर्सी पुरुष क्रिकेट टीम और महिला क्रिकेट टीम हर वनडे और टी-20 टूर्नामेंट में पहने दिखेगी।
गौरतलब है कि शुक्रवार से भारत और इंग्लैंड के बीच टी-20 सीरीज शुरु होने वाली है। इससे पहले ऋषभ पंत ने आज रेट्रो जर्सी पहनी और अपने टीम के अन्य साथियों के साथ फोटो खिंचाकर उसे अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया।
पंत ने कैप्शन में लिखा कि टेस्ट सीरीज तो हो चुकी लेकिन अब नीली जर्सी पहनने का समय है क्योंकि टी-20 सीरीज शुरु होने वाली है। फोटो में पंत सबसे आगे खड़े हैं और स्पिनर अक्षर पटेल, इशान किशन, ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या और तेज गेंदबाज नवदीप सैनी उनके पीछे खड़े हैं।
इस फोटो सेशन का वीडियो भी बीसीसीआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शेयर किया। इस वीडियो में ऋषभ पंत के अलावा इशान किशन, सूर्यकुमार यादव, भुवनेश्वर कुमार ऐसे खिलाड़ी है जिन्होंने पहली बार यह रेट्रो जर्सी पहनी है।
सूर्यकुमार यादव ने भी अपने ट्विटर अकाउंट से इसे पहन कर अपनी ट्विटर प्रोफाइल से तस्वीर शेयर की।
गौरतलब है कि नवंबर 2020 में एमपीएल (मोबाइल प्रीमियर लीग) इस रेट्रो जर्सी का आधिकारिक किट स्पॉन्सर बन गया था। बीसीसीआई ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम, भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम और भारतीय अंडर-19 टीम की जर्सी के लिए एमपीएल स्पोर्ट्स को 3 वर्षों के लिए अनुबंधित किया है।एमपीएल स्पोर्ट्स ने बीसीसीआई के साथ भारत के ऑस्ट्रेलियाई दौरे 2020-21 के साथ इस साझेदारी की शुरुआत की थी।
इसे रैट्रो जर्सी इसलिए कहा जाता है क्योंकि ठीक ऐसी ही जर्सी भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 1992 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले गए विश्वकप में पहनी थी।
इस दौरे की शुरुआत में टीम मैनेजमेंट में ऋषभ पंत को दरकिनार किया था। ना ही उन्हें वनडे टीम का हिस्सा बनाया था ना ही टी-20 सीरीज का। वनडे सीरीज टीम इंडिया 1-2 से हारी थी वहीं टी-20 सीरीज 2-1 से जीती थी।
हालांकि इस दौरे पर ऋषभ पंत ने गुलाबी गेंद से खेले गए अभ्यास मैच में ही झलकियां दिखा दी थी कि वह कुछ बड़ा करने वाले हैं। इस मैच में पंत ने 73 गेंदों पर नाबाद 103 रन बनाए जिसमें नौ चौके और छह छक्के शामिल थे। लेकिन फिर भी उन्हें पिंक बॉल टेस्ट के लिए शामिल नहीं किया गया।
दूसरे टेस्ट में चयन के बाद ऋषभ पंत नहीं रुके और लगातार टीम इंडिया के लिए टर्निंग प्वाइंट इनिंग्स खेलने लगे। उन्होंने अकेले दम पर 89 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए चौथे टेस्ट में टीम इंडिया को 3 विकेट से जीत दिला दी थी। भारत इस कारण बॉर्डर गावस्कर सीरीज जीत गया था। सिडनी में भी उनके 90 रनों की पारी के कारण भारत टेस्ट ड्रॉ करा पाया था।
जनवरी माह में इस बेहतरीन प्रदर्शन के कारण पंत को आईसीसी ने पहले प्लेयर ऑफ द मंथ अवार्ड से नवाजा था। इंग्लैंड से हुई सीरीज में भी पंत ने 270 रन बनाए जिसमें एक शतक और एक 90 रनों की पारी शामिल है।
टेस्ट में इतने दमदार प्रदर्शन के बाद चयनकर्ता उन्हें टी-20 टीम में लेने से नहीं रोक पाए। फैंस उनसे यही उम्मीद करेंगे कि वह अपना प्रदर्शन रेट्रो जर्सी में भी जारी रखें। (वेबदुनिया डेस्क)