मोहाली: अपने जबरदस्त आलराउंड प्रदर्शन (नाबाद 175 और कुल 9 विकेट ) की बदौलत प्लेयर ऑफ़ द मैच बने रवींद्र जडेजा ने मोहाली के मैदान को अपने लिए भाग्यशाली करार दिया है।जडेजा ने पहली पारी में 41 रन पर पांच विकेट और दूसरी पारी में 46 रन पर चार विकेट झटके। जडेजा ने भारत की पहली पारी में नाबाद 175 रन बनाये थे। इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए जडेजा को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
जडेजा ने रविवार को मैच के बाद कहा,'' मैं यह ज़रूर कहूंगा कि यह मेरे लिए काफ़ी भाग्यशाली ग्राउंड है, मैं यहां जब भी आता हूं तो मैं अच्छा प्रदर्शन करता हूं। जब पंत बल्लेबाज़ी कर रहा था तब मैं बस उसे बल्लेबाज़ी करते हुए आराम से देख रहा था और ख़ुद पूरे धैर्य के साथ बल्लेबाज़ी कर रहा था। मैं प्रयास कर रहा था कि एक बढ़िया साझेदारी बने। अगर ईमानदारी से कहूं तो आंकड़ों या रिकॉर्ड के बारे में मुझे ज़्यादा पता नहीं था।''
उन्होंने कहा, ''मैं खु़श हूं कि मैंने बढ़िया प्रदर्शन किया। जब आप इस तरीके का प्रदर्शन करते हैं तो आपको काफ़ी बढ़िया महसूस होता है। मैंने अपने बल्लेबाज़ी में कुछ अलग करने का प्रयास नहीं किया है। बस अपनी क्षमताओं पर भरोसा करते हुए मैं आगे बढ़ा हूं। मैं सेट होने की कोशिश करता हूं और उसके बाद मैं अपने शॉट खेलता हूं। मैं अपनी पारी को सरल रखने की कोशिश करता हूं। मैंने एसजी गुलाबी गेंद से कोई मैच नहीं खेला है, इसलिए यह कुछ नया होगा। उम्मीद है कि कुछ दिनों के अभ्यास के बाद ही मैं इसके प्रति अनुकुलित हो पाऊंगा।
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी जडेजा की तारीफ करते हुए कहा,'' मुझे लगता है कि जडेजा ने पिछले चार-पांच सालों में काफ़ी बढ़िया बल्लेबाज़ी की है। मुझे ऐसा लगता है कि जिस तरह के फॉर्म में वह हैं, उन्हें बल्लेबाज़ी क्रम में और ऊपर भेजा जाना चाहिए। जयंत ने इस मैच में ज़्यादा ओवर नहीं फेंके। रोहित ने उन्हें ज़्यादा गेंदबाज़ी नहीं दिया। कभी-कभी टीम में तीसरा स्पिनर होना आसान नहीं होता है।जड्डू कमाल की गेंदबाज़ी कर रहे थे।''
अश्विन ने अपनी अर्धशतकीय पारी के लिए कहा,''कभी-कभी मैं बल्लेबाज़ी करते हुए काफ़ी ज़्यादा सोचने लगता हूं। पिछले 4-6 सप्ताह में मेैंने अपनी बल्लेबाज़ी पर काम किया और यह भी कोशिश कर रहा हूं कि मैं एक समय पर सिर्फ़ एक ही गेंद के बारे में सोचू। सतह वास्तव में अच्छी थी, जब विपक्षी टीम दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करने उतरे तो तो बल्लेबाजों को आउट करना आसान नहीं था। आपको लगातार टाइट गेंदबाज़ी करनी थी। मुझे लगता है कि शमी और जसप्रीत ने अंत में दबाव बनाया और अहम मौको पर विकेट लिए। ''(वार्ता)