पहली ही गेंद से आक्रामक खेलने की इंग्लैंड की बैजबॉल रणनीति कहीं नजर नहीं आई जिसके दम पर पिछले कुछ अर्से में उसने अपार सफलता हासिल की है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने 64 . 3 में से 52 ओवर तीनों स्पिनरों से कराये और वे कप्तान के भरोसे पर खरे भी उतरे।
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों बेन डकेट और जैक क्रॉली ने पहले आठ ओवरों में 41 रन बना लिये थे । अश्विन ने 12वें ओवर में डकेट को पगबाधा आउट करके भारत को पहली सफलता दिलाई । डकेट ने 39 गेंद में सात चौकों की मदद से 35 रन बनाये।
इसके साथ ही पहले विकेट की 55 रन की साझेदारी भी टूट गई। यह अश्विन की 11वीं गेंद थी। इसके बाद जडेजा ने ओली पोप को 14वें ओवर में पहली स्लिप में कप्तान रोहित शर्मा के हाथों लपकवाया।अश्विन ने अगले ओवर में क्रॉली को अपना 492वां टेस्ट शिकार बनाया। उनकी फुललैंग्थ गेंद पर क्रॉली ने मोहम्मद सिराज को कैच थमाया।
तीन विकेट 60 रन पर गिरने के बाद रूट और बेयरस्टो ने पारी को संभाला । उनके बीच 61 रन की साझेदारी को तोड़ते हुए अक्षर ने बेयरस्टो को पवेलियन भेजा। स्पिन को बखूबी खेलने वाले रूट भी बेहद खराब ढंग से अपना विकेट गंवा बैठे। पूर्व कप्तान ने जड़ेजा की फुल लैंग्थ गेंद पर खराब शॉट खेलकर शॉर्ट फाइन लेग में जसप्रीत बुमराह को कैच थमाया।
बेन फोक्स 24 गेंद में चार रन बनाकर अक्षर का दूसरा शिकार बने जिनका कैच विकेट के पीछे केएस भरत ने लपका ।टॉम हार्टली ( 23 ) को जडेजा ने और मार्क वुड ( 11 ) को अश्विन ने बोल्ड किया जबकि रेहान अहमद (13) ने बुमराह की गेंद पर विकेट के पीछे कोना भरत को कैच थमाया।