मुंबई। पिछले लगभग 2 साल से भारतीय सीमित ओवर की टीम से पूरी तरह नजरअंदाज चल रहे ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा है कि वे इस फॉर्मेट के कोई अनाड़ी खिलाड़ी नहीं हैं।
अनुभवी औरर सफल गेंदबाजों में शामिल अश्विन लंबे समय से भारत की वनडे और ट्वंटी-20 टीमों से बाहर हैं और कप्तान विराट कोहली कलाई के स्पिनरों कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं। लेफ्ट आर्म स्पिनर रवीन्द्र जडेजा भी 1 साल तक सीमित ओवरों की टीम से बाहर रहे थे लेकिन पिछले कुछ महीनों में वे छोटे फॉर्मेट में खेल रहे हैं।
विश्व कप टीम के लिए इन 3 स्पिनरों में से 2 का चयन होना है और अश्विन की वापसी की कोई उम्मीद नहीं है। अश्विन आखिरी बार 2017 में विंडीज में एंटिगा में खेले थे। उन्होंने कहा कि मैं टीम से इसलिए बाहर नहीं हूं, क्योंकि मैं खराब खेल रहा हूं बल्कि यह मांग और उपलब्धता के हिसाब से चल रहा है।
अश्विन पिछले काफी समय से केवल टेस्ट टीम का ही हिस्सा बनकर रह गए हैं लेकिन वे खुद को केवल टेस्ट विशेषज्ञ खिलाड़ी नहीं मानते हैं। उन्होंने कहा कि मैं खुद को केवल टेस्ट का खिलाड़ी नहीं मानता हूं, क्योंकि मैं कोई अनाड़ी नहीं हूं। मैं सीमित ओवर प्रारूप में खेला हूं और मेरे रिकॉर्ड भी बहुत अच्छे रहे हैं। यह केवल आम सोच है कि कलाई के स्पिनर आधुनिक समय में सीमित ओवर में अच्छा कर सकते हैं और शायद इसीलिए मैं बाहर बैठा हूं। आखिरी वनडे मैच जो मैंने खेला था, उसमें मुझे 28 रन पर 3 विकेट मिले थे।
तमिलनाडु के खिलाड़ी ने कहा कि मैं यदि अपने प्रदर्शन को देखूं तो मैं यह कह सकता हूं कि मैंने करियर में अच्छा किया है और मैं खराब खेल की वजह से बाहर नहीं हूं। मैंने सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में खेला है और वहां अच्छा प्रदर्शन किया। मैं क्रिकेट खेल रहा हूं और मुझे किसी एक प्रारूप में विशेषज्ञता हासिल करने की जरूरत नहीं है। मैं अपने हिसाब से जो बेहतर कर सकता हूं, वह कर रहा हूं।
वनडे में जगह बनाने के लिए अलग तरह की गेंदबाजी के अभ्यास को लेकर अश्विन ने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि आप बल्लेबाज को अंदर या बाहर ही गेंद डाल सकते हैं लेकिन इससे अधिक एक गेंदबाज कुछ नहीं कर सकता है। मैं अपनी मौजूदा गेंदबाजी में केवल और केवल विविधता ला रहा हूं लेकिन उसमें बदलाव की कोशिश नहीं कर रहा, क्योंकि यही मेरी ताकत है।
विश्व कप टीम से पूर्व अपनी फिटनेस पर ध्यान देने को लेकर कप्तान विराट कोहली के बयान को लेकर अश्विन ने माना कि आने वाले आईपीएल टूर्नामेंट में भी खिलाड़ियों की फिटनेस पर नजर रहेगी और लीग में उनके प्रदर्शन से आगे की तस्वीर साफ हो पाएगी। बतौर क्रिकेटर आप फिटनेस को लेकर बहुत आगे की नहीं सोच सकते हैं, आप केवल इसे बरकरार रख सकते हैं। मुझे यकीन है कि खिलाड़ी जिम्मेदार हैं और अपनी फिटनेस पर खुद ही ध्यान रखेंगे।