अंग्रेजी में जिसे गुड ब्वाए ऑफ क्रिकेट कहा जाता हो वह गुस्सा कैसे कर सकता है। बेहद शांत और शालीन स्वभाव के राहुल द्रविड़ ने आज तक मैदान पर कभी स्लेजिंग नहीं की। ना ही स्लेजिंग का जवाब दिया। उनके पूरे करियर में सिर्फ 1 बार ऐसा वाक्या हुआ है जब शोएब अख्तर ने उनको घूरा था तो उन्होंने वापस घूरा।
महेंद्र सिंह धोनी को भले ही कैप्टन कूल कहा जाता हो लेकिन कूल बल्लेबाज तो राहुल द्रविड़ ही थे। कुछ कर लीजिए, मैच की जैसी भी स्थिती हो राहुल द्रविड़ को गुस्सा नहीं आता था। जैसे वह ड्रैसिंग रूम से ही एक बर्फ की सिल्ली सिर पर रख कर आते हैं।
तो फिर अचानक क्रिकेट को अलविदा कहने के इतने साल बाद राहुल द्रविड़ को गुस्सा आया क्यों। इससे पूरा विश्व क्रिकेट भौंचका रह गया। क्रिकेट के भद्र पुरुष नामों में गिने जाने वाले राहुल द्रविड़ को सिर्फ गुस्सा ही नहीं आया।
उन्होंने दूसरे राहगीरों पर ड्रिंक्स फेके इसके अलावा दूसरों की कार के रियर मिरर को अपने बल्ले से तोड़ा। वैसे हम आपको बता दें यह राहुल द्रविड़ ने एक विज्ञापन में किया है।
क्रेड के हालिया विज्ञापन में राहुल द्रविड़ का यह रूप देखकर विराट कोहली समेत अन्य लोगों ने कुछ ऐसे प्रतिक्रिया दी। इस वीडियो का विराट कोहली ने ट्वीट कर कैप्शन डाला कि द्रविड़ भाई को ऐसे गुस्सा होते देख कभी नहीं देखा।
क्रेड के इस वीडियो की शुरुआत में यह बताया जाता है कि क्रेड का उपयोग करके आप कैश बैक और रिवार्ड पा सकते हैं लेकिन यह कहना उतना ही बेवकूफाना है जैसे राहुल द्रविड़ को गुस्सा आना। इसके बाद राहुल द्रविड़ को गुस्सा आना शुरु होता है और अंत में वह अपने को इंद्रानगर का गुंडा बताते हैं।
गौरतलब है कि राहुल द्रविड़ ने 164 टेस्ट में 36 शतक की मदद से 13288 रन जबकि 344 वनडे में 12 शतक की मदद से 10889 रन बनाए। एकमात्र टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले द्रविड़ बेहतरीन स्लिप क्षेत्ररक्षक भी थे। उन्होंने 2012 में खत्म हुए अपने टेस्ट करियर के दौरान विश्व रिकार्ड 210 कैच लपके।
उनकी कोचिंग में भारतीय अंडर 19 टीम ने साल 2018 का विश्वकप भी जीता था। हाल ही में उनको टीम इंडिया की यंग ब्रिगेड़ को तैयार करने का श्रेय भी मिल रहा है जिसके कारण भारत लगातार सीरीज जीत रही है।(वेबदुनिया डेस्क)