बेंगलुरु। महान भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ईडन गार्डन्स में खेली गई वीवीएस लक्ष्मण की 281 रनों की पारी को किसी भारतीय द्वारा खेली गई सर्वश्रेष्ठ पारी करार दिया।
अपने जमाने में 'भारतीय टीम की दीवार' के नाम से प्रसिद्ध इस बल्लेबाज ने कहा कि बिना किसी शक के उस समय की परिस्थितियों और नतीजे को देखते हुए मुझे लगता है कि 281 रनों की पारी किसी भारतीय द्वारा खेली गई सबसे महत्वपूर्ण और महान पारी थी।
लक्ष्मण की किताब '281 एंड बियॉन्ड' के लॉन्च के मौके पर गुरुवार की रात इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि किसी भारतीय के द्वारा खेली गई सर्वश्रेष्ठ पारी को देखने के लिए मैं मैदान में सबसे बेहतरीन जगह पर था। द्रविड़ ने इस ऐतिहासिक पारी के दौरान शॉट खेलने की उनकी क्षमता की भी तारीफ की।
उन्होंने कहा कि मैं अभी भी इसकी कल्पना करता हूं कि कैसे वे शेन वार्न के खिलाफ आगे बढ़कर लेग स्टंप से बाहर हटकर कवर की तरफ गेंद को मारते थे। वे ऐसा तब भी आसानी से करते थे, जब गेंद लेग स्टंप से काफी दूर टप्पा खाती थी। कोलकाता की स्पिन लेती पिच पर वह मिडिल और ऑफ स्टंप की गेंद को आसानी से फ्लिक कर रहे थे।
द्रविड़ ने कहा कि ग्लेन मैग्राथ और जैसन गिलेस्पी की गेंदों को वे शानदार तरीके से ड्राइव कर रहे थे। जिस तरह से उन्होंने यह पारी खेली, मुझे लगता है उन्हें बल्लेबाजी करते देखना शानदार अनुभव रहा। उन्हें ज्यादा क्रिकेट देखना पसंद नहीं लेकिन वे लक्ष्मण की पारी का भरपूर आनंद लेते हैं। यह देखना वाकई में शानदार था। कई बार मैं ज्यादा क्रिकेट देखना पसंद नहीं करता हूं। जब कभी पुराना मैच दिखाया जाता है, तब मैं खुद की बल्लेबाजी देखना पसंद नहीं करता हूं। अगर मैं उस मैच में खेल रहा होता हूं तो चैनल बदल देता हूं।
इस मैच में 180 रनों की पारी खेलने के साथ लक्ष्मण के साथ 5वें विकेट के लिए 376 रनों की साझेदारी करने वाले द्रविड़ ने कहा कि वे अच्छे फॉर्म में नहीं थे लेकिन लक्ष्मण की बल्लेबाजी से उन्हें काफी हौसला मिला। लक्ष्मण ने कहा कि उन्होंने और द्रविड़ ने गेंद की योग्यता पर बल्लेबाजी की तथा साझेदारी के दौरान दोनों के बीच ज्यादा बातचीत नहीं हुई लेकिन अच्छा शॉट खेलने के बाद दोनों एक-दूसरे का हौसला बढ़ाते थे।
उन्होंने कहा कि हमारे लिए वह काफी कठिन परिस्थिति थी। हम मौजूदा स्थिति के बारे में सोच रहे थे। हम फालोऑन के बाद 274 रन पीछे थे। हम सिर्फ गेंद की योग्यता के हिसाब से खेल रहे थे। हमारे पास बातचीत के लिए ज्यादा समय नहीं था। हम सिर्फ एक और ओवर खेलने के बारे में बात कर रहे थे।
किताब के लॉन्च के मौके पर गुंडप्पा विश्वनाथ, रोजर बिन्नी, ईएएस प्रसन्ना, सैयद किरमानी, जवागल श्रीनाथ, अनिल कुंबले, डोडा गणेश, रोबिन उथप्पा और कई अन्य पूर्व क्रिकेटर मौजूद थे। (भाषा)