दूसरे दिन के स्कोर 166-2 के स्कोर से ऑस्ट्रेलिया ने जब खेलना शुरु किया तो ऐसा लग रहा था कि एक विशालकाय स्कोर तक मेजबान टीम जाकर रुकेगी। भारत को उम्मीद थी कि आर अश्विन जो अब तक इस सीरीज में भारत की ओर से सर्वाधिक विकेट ले चुके हैं।
हालांकि ऐसा आज कुछ नहीं हुआ दो टेस्ट मैचों में 9 विकेट चटका चुके आर अश्विन आज एक विकेट के लिए भी तरस गए। उन्होंने अपने 24 ओवरों में 74 रन दिए और एक भी विकेट निकालने में नाकाम रहे।
वहीं पार्ट टाइम स्पिनर या ऑलराउंडर रविंद्र जड़ेजा ने तो आज कमाल ही कर दिया। अगर यह कहें कि भारतीय टीम को मैच में वापस रविंद्र जड़ेजा ही लाए तो कोई अतिशियोक्ति नहीं होगी।
अपने 18 ओवर की स्पेल में बाएं हाथ के धीमे गेंदबाज रविंद्र जड़ेजा ने 3.4 की औसत से 62 रन दिए और 4 विकेट चटकाए। इसमें से सबसे बहुमूल्य विकेट रहा मार्नस लाबुशेन का जो घातक दिख रहे थे। लाबुशेन को 91 के स्कोर पर आउट कर जड़ेजा ने टीम इंडिया को तीसरे दिन की सुबह पहली सफलता दिलाई।
इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि आर अश्विन को लेकर सभी कंगारु बल्लेबाज सजग थे। उन पर कोच लैंगर समेत बाकी बल्लेबाजों ने भी होम वर्क किया। स्टीव स्मिथ का उनके खिलाफ आक्रमक होना यही दर्शाता है। ताकि वह पहले दो टेस्ट जैसे बिल्कुल पास फील्डर न लगा सकें।
वहीं जड़ेजा को गेंदबाज से ज्यादा बल्लेबाज रन बनाने के मौके के तौर पर देखता है और वहीं वह फंस जाता है। इस कारण वह जोखिम लेता है। वैसे तो आज जड़ेजा के खाते में 4 नहीं 5 विकेट होने चाहिए। क्योंकि जड़ेजा ने जो डायरेक्ट हिट से शतक बनाने वाले स्टीव स्मिथ को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को ऑल आउट किया वह आज सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय है।(वेबदुनिया डेस्क)