इस्लामाबाद। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान टीम का इंग्लैंड दौरा एक ‘बड़ा जोखिम’ है लेकिन देश को संकट से बाहर निकालने में मदद के नजरिए से यह जरूरी है।
पीसीबी के चिकित्सा और खेल विज्ञान के महानिदेशक डॉ. सोहेल सलीम ने कहा, ‘महामारी के दौरान यह (दौरा) एक बड़ा जोखिम है।’
उन्होंने कहा, ‘हमने ऐसा अनुभव (महामारी के दौरान खेलना) नहीं किया है, लेकिन दोनों टीमों के लिए यह नया अनुभव होगा। महामारी का मतलब ही खतरा होता है, लेकिन उन्हें (खिलाड़ियों) लोगों का मनोरंजन कराने वाला माना जाता है।’
सलीम ने कहा कि यूरोप में फुटबॉल शुरू होने से उन्हें प्रोत्साहन मिला, जहां जर्मनी में बुंदेसलीगा और इंग्लैंड में प्रीमियर लीग के मैचों को खाली स्टेडियमों में खेला जा रहा। उन्होंने कहा, फुटबॉल मैच के दौरान प्रशंसक नहीं रह रहे है और क्रिकेट स्टेडियमों में भी दर्शक नहीं होंगे।
उन्होंने कहा, घर बैठे लोगों की चिंता का स्तर बढ़ रहा है, लेकिन क्रिकेट इसे कम कर सकता है। पाकिस्तान की टीम रविवार को इंग्लैंड रवाना होगी, जहां उसे अगस्त-सितंबर में तीन टेस्ट और तीन टी-20 अंतरराष्ट्रीय खेलना है।
पीसीबी इस दौरे के लिए 29 खिलाड़ियों के दल को भेज रहा है ताकि कोरोना वायरस के चपेट में किसी के आने बाद उसके जगह दूसरे को टीम में शामिल किया जा सके।
सलीम के अनुसार सभी 29 खिलाड़ियों का यहां से लंदन रवाना होने से पहले दो बार कोविड-19 जांच होगा। टीम वहां जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में अभ्यास करेगी। यही नहीं, इंग्लैंड में भी हर पांच-सात दिन के बाद खिलाड़ियों की जांच की जाएगी।