न्यूज़ीलैंड ने डैरिल मिचेल (102) के शानदार शतक और मैट हेनरी (72) के अर्द्धशतक की बदौलत श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट के तीसरे दिन शनिवार को 373 रन बनाकर मैच में दमदार तरीके से वापसी की।
न्यूजीलैंड ने घरेलू परिस्थितियों में 151 रन पर पांच विकेट गंवाने के बाद निचले क्रम के दम पर 222 रन जोड़ते हुए पहली पारी में 18 रन की छोटी मगर महत्वपूर्ण बढ़त बना ली। श्रीलंका ने दिन का खेल खत्म होने से पहले 83 रन पर तीन विकेट गंवा दिये हैं।
कीवी टीम की इस वापसी में मिचेल ने सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए 193 गेंद पर छह चौकों और दो छक्कों की मदद से 102 रन बनाये। मिचेल ने माइकल ब्रेसवेल (25) और टिम साउदी (25) के साथ छठे और सातवें विकेट के लिये क्रमशः 37 और 47 रन की साझेदारी भी की।
मिचेल का विकेट गिरने के बाद हेनरी ने मोर्चा संभाला और 72 रन की पारी खेलकर न्यूजीलैंड को बढ़त की स्थिति में पहुंचा दिया। हेनरी ने 75 गेंद की अपनी पारी में 10 चौके और तीन छक्के जड़े। इसके अलावा नील वैगनर ने भी 24 गेंद पर 27 रन (एक चौका, तीन छक्के) का योगदान दिया।
असिता फर्नांडो चार विकेट चटकाकर श्रीलंका के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे, जबकि लाहिरू कुमारा ने तीन सफलताएं हासिल कीं। कसुन रजिता को दो और प्रभात जयसूर्या को एक विकेट प्राप्त हुआ।
निचले क्रम की बल्लेबाजी से मिला आत्मविश्वास न्यूजीलैंड की गेंदबाजी में भी देखने को मिला। साउदी और हेनरी ने शुरुआती ओवरों में अनुशासनात्मक गेंदबाजी की जिसके कारण श्रीलंका के सलामी बल्लेबाजों को रन बटोरने में संघर्ष करना पड़ा।
ब्लेयर टिकनर ने इसका लाभ लेते हुए अपने पहले स्पेल में डिमुथ करुणारत्ने और ओशाडा फर्नांडो को पवेलियन भेज दिया। कप्तान करुणारत्ने 45 गेंद पर एक चौके की मदद से सिर्फ 17 रन ही बना सके, जबकि फर्नांडो ने 52 गेंद पर चार चौकों के साथ 28 रन बनाये।
दिन का खेल खत्म होने से पहले कुसल मेंडिस और एंजेलो मैथ्यूज़ ने धैर्यवान डिफेंस की मदद से कीवी गेंदबाजों को थकाया। टिकनर ने दिन के अंतिम ओवरों में मेंडिस (14) को पवेलियन भेज दिया, हालांकि मैथ्यूज़ (20 नाबाद) और प्रभात (02 नाबाद) क्रीज़ पर मौजूद हैं।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की दृष्टि से यह मैच है टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण
नरेंद्र मोदी स्ट्राडियम में खेले जाने वाला यह चौथा और आखरी टेस्ट मैच अगर टीम इंडिया हारती है या मैच ड्रा होता है तो इस टीम को श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के बीच चल रही दो मैचों की टेस्ट सीरीज के परिणाम पर निर्भर होना होगा। अगर भारतीय टीम यह मैच हार जाती है तो वह चाहेगी कि न्यूज़ीलैंड श्रीलंका के खिलाफ इस सीरीज में कम से कम एक मैच जीते या मैच ड्रा क रदे क्योंकि श्रीलंका को WTC के फाइनल में पहुंचने के लिए न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दोनों ही मैच जीतना ज़रूरी होगा। भारतीय टीम इस मैच को जीत WTC फाइनल में अपना टिकट फाइनल करना चाहेगी ताकि उन्हें श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के बीच की सीरीज के परिणाम पर निर्भर न रहना पड़े।