न्यूजीलैंड ने भारत को रांची में खेले जा रहे पहले टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 177 रनों का लक्ष्य दिया है। न्यूजीलैंड की ओर से सलामी बल्लेबाज डेवॉन कॉन्वे और डेरिल मिचेल ने अर्धशतक जड़े और 20 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 176 रन बनाए। भारत के लिए वॉशिंगटन सुंदर ने सर्वाधिक 2 विकेट चटके।
जेएससीए इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पर भारत के कप्तान हार्दिक पांडया ने टास जीतकर न्यूजीलैंड को पहले बल्लेबाजी करने के लिये आमंत्रित किया। फिन एलेन ने पारी की शुरूआत धुआंधार तरीके से की। पांड्या ने बल्लेबाज की नब्ज भांपते हुये जल्द ही गेंद फिरकी गेंदबाज वशिंगटन सुंदर को पकड़ायी जिन्होने अपने दूसरे ओवर में ही पहले एलेन और फिर नये बल्लेबाज मार्क चैपमैन को शून्य पर चलता कर कीवियों के रनों की रफ्तार को हल्का विराम दिया। पारी के पांचवे ओवर की दूसरी गेंद में वशिंगटन सुंदर को मारने के प्रयास में एलेन डीप मिडविकेट पर खड़े सूर्यकुमार यादव के हाथों कैच आउट हुये। उन्होने मात्र 23 गेंदों में चार चौके दो छक्के की मदद से धुआंधार 35 रन ठोके। सुंदर ने नये बल्लेबाज चैपमैन को पिच पर जमने का मौका नहीं दिया और लगातार तीन गेंदो पर बीट करने के बाद ओवर की अंतिम गेंद पर दाहिनी तरफ ड्राइव मारते हुये उनको काट एंड बोल्ड आउट कर चलता किया।
कानवे और ग्लेन फिलिप (17) ने 12वें ओवर तक टीम के स्कोर को 100 रन पर पहुंचा दिया था लेकिन इस बीच फिलिप कुलदीप की गेंद को स्वीप करने के प्रयास में डीप मिड विकेट पर खड़े सूर्य कुमार यादव को कैच थमा बैठे जिसके बाद गेंदबाजों ने कीवी बल्लेबाजों को खुल कर खेलने का मौका नहीं दिया। पांड्या ने शिवम मावी को पारी के 14वें ओवर में गेंद पकड़ायी। इस बीच कॉनवे ने पारी के 16वें ओवर की आखिरी गेंद को मिड विकेट की ओर धकेल कर अपने टी20 करियर का नौंवा अर्धशतक पूरा किया।
कॉनवे की पारी का अंत 18वें ओवर में हुआ जब वह अर्शदीप सिंह की गेंद को उड़ाने के प्रयास में लांग आफ मे दीपक हुडा को कैच थमा बैठे। उन्होने 35 गेंदों में सात चौके और एक छक्के की मदद से यह स्कोर खड़ा किया। इसी ओवर में नये बल्लेबाज माइकल ब्रेसवेल रन चुराने के प्रयास में विकेटकीपर के हाथों रन आउट हुये।
उधर डेरिल मिशेल ने अपनी तूफानी पारी को जारी रखा और अंत तक आउट नहीं हुये। उन्होने भारतीय गेंदबाजों की बेरहमी से पिटाई करते हुये 30 गेंदो में तीन चौके और पांच छक्के जड़े। इस बीच मावी ने कप्तान मिचेल सेंटनर (7) को राहुल त्रिपाठी के हाथों कैच करा कर पवेलियन पहुंचाया।