नई दिल्ली:दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने कहा कि उन्हें सचिन तेंदुलकर को गेंदबाजी करने में डर नहीं लगता था क्योंकि वह उन्हें वीरेंद्र सहवाग या ब्रायन लारा जैसा नुकसान नहीं पहुंचाते थे।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले मुरलीधरन ने कहा कि वर्तमान बल्लेबाजों में भारत के विराट कोहली और पाकिस्तान के बाबर आजम उनका बेहतर सामना कर सकते थे।
मुरलीधरन ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो पर आकाश चोपड़ा के साथ बातचीत में कहा, सचिन के लिये गेंदबाजी करने में डर नहीं लगता था क्योंकि वह आपको बहुत नुकसान नहीं पहुंचाते थे। वह सहवाग के विपरीत थे जो आपको आहत कर सकता है। वह (सचिन) अपना विकेट बचाये रखते थे। वह गेंद को अच्छी तरह से समझते थे और वह तकनीक जानते थे।
सचिन को होती थी ऑफ स्पिन खेलने में परेशानी
टेस्ट क्रिकेट में 800 विकेट लेने वाले गेंदबाज मुरलीधरन ने कहा, अपने करियर के दौरान मुझे लगा कि ऑफ स्पिन सचिन की मामूली कमजोरी है। लेग स्पिन पर वह करारे शॉट जमाते थे लेकिन ऑफ स्पिन खेलने में उन्हें थोड़ी परेशानी होती थी क्योंकि मैंने उन्हें कई बार आउट किया। इसके अलावा कई ऑफ स्पिनरों ने उन्हें कई बार आउट किया। मैंने इसे देखा है।
उन्होंने कहा, मैं नहीं जानता। मैंने कभी उनसे इस बारे में बात नहीं की कि आप ऑफ स्पिन खेलने में सहज महसूस क्यों नहीं करते। मुझे लगता कि उनकी थोड़ी कमजोरी है और इसलिए अन्य खिलाड़ियों की तुलना में मैं थोड़ा फायदे में रहा। सचिन को हालांकि आउट करना आसान नहीं था।
मुरलीधरन ने वनडे में भी 530 विकेट लिये। उन्होंने अपने करियर में तेंदुलकर को 13 बार आउट किया।
उन्होंने सहवाग और लारा की भी प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने अपने करियर में जिन बल्लेबाजों के लिये गेंदबाजी की उनमें ये दोनों सबसे खतरनाक थे।
मुरलीधरन ने कहा, सहवाग बेहद खतरनाक था। उनके लिये हम सीमा रेखा के पास क्षेत्ररक्षक लगाकर रखते थे क्योंकि हम जानते थे कि वह लंबे शॉट खेलने के लिये मौका देखेगा। वह जानता था कि जब उसका दिन होगा तो वह किसी पर भी आक्रमण कर सकता है। फिर हम रक्षात्मक क्षेत्ररक्षण लगाकर क्या करते।
वर्तमान समय के खिलाड़ियों के बारे में उन्होंने कहा, कोहली स्पिन का अच्छा खिलाड़ी है विशेषकर टेस्ट क्रिकेट में। बाबर आजम भी अच्छा बल्लेबाज लगता है। (भाषा)