नई दिल्ली। क्रिकेट प्रशासकों की समिति की सदस्य डायना एडुल्जी ने सोमवार को कहा कि सीनियर खिलाड़ी मिताली राज को महिला टी-20 विश्व कप सेमीफाइनल से बाहर रखने के विवादित फैसले पर सवाल नहीं उठाए जा सकते और ग्रुप चरण में अजेय रहने वाली भारतीय टीम के लिए वह खराब दिन था।
इंग्लैंड के खिलाफ मैच में मिताली को बाहर रखने पर विवाद पैदा हो गया। भारत को उस मैच में आठ विकेट से पराजय झेलनी पड़ी। भारत की पूर्व कप्तान एडुल्जी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि तिल का ताड़ बनाया जा रहा है।
टीम प्रबंधन (कप्तान हरमनप्रीत कौर, कोच रमेश पोवार, उपकप्तान स्मृति मंधाना और चयनकर्ता सुधा शाह) ने विजयी संयोजन को नहीं छेड़ने का फैसला लिया जो गलत साबित हुआ। भारत जीत जाता तो इस पर कोई सवाल नहीं उठता।’
उन्होंने कहा, ‘हम टीम एकादश पर सवाल नहीं उठा सकते। कृणाल पंड्या का उदाहरण देखों जिसकी पहले टी-20 में काफी धुनाई हुई थी लेकिन उसने कल शानदार वापसी की। खेल में यह सब होता है।’
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी पूल मैच से बाहर रही मिताली घुटने की चोट से उबरकर इंग्लैंड के खिलाफ खेलने के लिए उपलब्ध थी। उसने टूर्नामेंट में लीग चरण में आयरलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ 51 और 56 रन बनाए थे।
हरमनप्रीत को आड़े हाथों लेते हुए मिताली की मैनेजर अनीशा गुप्ता ने कहा था कि मिताली को राजनीति और पक्षपातवाद का शिकार बनाया गया है। एडुल्जी ने कहा कि इस तरह के बयान की जरूरत नहीं थी।
उन्होंने कहा, ‘भारत के लिए वह खराब दिन था। बल्लेबाज नहीं चल सके और गेंदबाजी के समय ओस ने मुश्किलें पैदा की। सेमीफाइनल में इस तरह का प्रदर्शन अपेक्षित नहीं था।’ उन्होंने यह भी कहा कि हरमनप्रीत और मिताली के साथ सीओए की कोई बैठक अभी नहीं होने जा रही है।