हेमिल्टन। भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए तीसरे और निर्णायक टी-20 मैच में एक अजीब नजारा उस वक्त देखने को मिला, जब महेंद्र सिंह धोनी 6ठे नंबर बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरे। तब भारत को जीत के लिए 35 गेंदों पर 71 रन चाहिए थे और दूसरे छोर पर दिनेश कार्तिक मौजूद थे। धोनी स्ट्राइक पर आए तो पता नहीं कहां से एक दर्शक दौड़ता हुआ पिच तक पहुंच गया और धोनी के पैर साफ करने लगा...
न्यूजीलैंड में क्रिकेटप्रेमी मैच का आनंद लेते हैं। कई जगह तो ऐसे सेंटर बने हैं, जहां स्टेडियम की जगह पार्क बने हुए हैं। हेमिल्टन में बाकायदा स्टेडियम में मैच खेला जाता है, जैसा भारत में खेला जाता है। मैच का 15वां ओवर जारी था कि अचानक धोनी का एक प्रशंसक हाथ में तिरंगा झंडा लिए पिच तक पहुंच गया। धोनी कुछ समझ पाते, उससे पहले वह दर्शक अपनी कमीज से धोनी के पैर साफ करने लगा। पहले एक जूता साफ किया और फिर दूसरा...
जब धोनी का यह क्रिकेट दीवाना कमीज से उनके जूते साफ कर रहा था, तब दूसरे हाथ में उसके द्वारा लाया गया तिरंगा झंडा जमीन को स्पर्श कर रहा था। धोनी का ध्यान जब तिरंगे की तरफ गया तो उन्होंने उसे अपने हाथों में ले लिया...। यूं तो कई बार धोनी ने तिरंगे की लाज रखी है और भंवर में फंसी टीम इंडिया को जीत के मंच तक पहुंचाया है लेकिन आज वे ऐसा नहीं कर सके।
शायद दर्शक द्वारा मैदान पर आने की वजह से उनकी एकाग्रता भंग हुई और वे अगले ही ओवर में केवल 2 रन पर आउट हो गए। पहले टी-20 मैच में जब न्यूजीलैंड ने भारत को 80 रन से हराया था, तब धोनी 39 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे जबकि 7 बल्लेबाज तो 10 रन तक भी नहीं पहुंच सके थे।
दूसरे टी-20 मैच में भी धोनी ने 17 गेंदों पर नाबाद 20 रनों पारी खेली और टीम को जीत दिलाकर ही बाहर लौटे। धोनी ने ऋषभ पंत (नाबाद 40) के साथ चौथे विकेट के लिए 5.1 ओवरों में 44 रनों की मैच विजयी अविजित साझेदारी की थी। यदि हेमिल्टन में दर्शक उनकी एकाग्रता नहीं तोड़ता तो हो सकता था कि टीम इंडिया आज जश्न मना रही होती।