कोलंबो। भारत के खिलाफ चौथे वनडे में श्रीलंकाई टीम के कार्यवाहक कप्तान लसित मलिंगा ने कहा है कि यदि उनके प्रदर्शन में सुधार नहीं होता है तो वह जल्द ही क्रिकेट को अलविदा कहने पर विचार कर सकते हैं।
मलिंगा टीम इंडिया के खिलाफ मौजूदा वनडे सीरीज में श्रीलंका की तरफ से नियमित कप्तान उपुल तरंगा, कार्यवाहक कप्तान चामरा कापूगेदरा के बाद तीसरे कप्तान के रूप में उतरे थे लेकिन वह भी अपनी टीम को जीत दिलाने में सफल नहीं हो सके। प्रचंड फार्म में चल रही टीम इंडिया ने चौथे मैच में मेजबान श्रीलंका को 168 रनों से हराकर 4-0 की बढ़त बना ली थी।
यॉर्कर मैन के नाम से मशहूर मलिंगा ने विराट कोहली का विकेट झटककर भले ही इस मैच में अपने 300 विकेट पूरे कर लिए हों लेकिन उनकी गेंदबाजी फार्म को चिंताजनक ही कहा जाएगा। मलिंगा ने कहा, 'मैंने चोट से उबरकर लंबे समय समय बाद मैदान पर वापसी की थी लेकिन पहले जिम्बाब्वे और अब भारत के खिलाफ मैं आशानुरूप प्रदर्शन नहीं कर सका।'
34 वर्षीय मलिंगा ने कहा, 'इस सीरीज के बाद मैं इस बात पर गंभीरता से विचार करूंगा कि मैं भविष्य में कब तक खेलना जारी रखूं। मैं इस बात पर भी विचार करूंगा कि मेरा शरीर कितना फिट है। यह मायने नहीं रखता कि मैं कितना अनुभवी हूं। यदि मैं टीम के लिए मैच विजयी प्रदर्शन नहीं कर पाता हूं तो कोई कारण नहीं है कि मैं आगे खेलना जारी रखूं। मुझे आगे कई मैच खेलने हैं और मेरी यही कोशिश होगी कि मैं खुद को पूरी तरह फिट बनाते हुए वापसी करूं। यदि मैं टीम को जीत नहीं दिला सकता हूं तो मेरे लिए संन्यास लेना ही सर्वोत्तम विकल्प होगा।'
भारतीय कप्तान विराट और रोहित शर्मा के बीच 219 रनों की साझेदारी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, 'विराट और रोहित ने वाकई बहुत अच्छा खेला। हम गेंदबाजी में निरंतरता नहीं रख सके। मुझे लगता है कि यहां जिस तरह की विकेट थी उसमें लाइन लेंथ बेहत अहम था। विराट ने जिस तेजी के साथ 30-40 रन बनाए ,उससे उन्हें आत्मविश्वास मिला होगा।'
तेज गेंदबाज ने कहा, 'विकेट पर घास थी और मैंने सोचा था कि गेंदें स्विंग करेंगी। विराट और रोहित से युवाओं को सीख लेने की जरूरत है। हम गेंदों को स्विंग नहीं करा सके और भारतीय बल्लेबाजों ने जमकर बल्लेबाजी करते हुए हमें मैच से दूर कर दिया। शायद यही क्रिकेट है अनिश्चितताओं का खेल।'
उन्होंने बल्लेबाजों को भी जमकर कोसते हुए कहा, यह पूरा टूर्नामेंट हमारे बल्लेबाजों के लिए दुस्वप्न सरीखा है। जिन विकेटों पर भारतीय बल्लेबाज आसानी से रन बटोर रहे हैं वहीं हमारे बल्लेबाज अगले झांकते नजर आ रहे हैं। इस मैच में हम बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण तीनों विभागों में टीम इंडिया से 19 साबित हुए और मेहमान टीम को जीत का पूरा श्रेय जाता है।
मलिंगा ने कहा, व्यक्तिगत रूप से मेरा मानना है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जैसा प्रदर्शन होना चाहिए, हमारी टीम वैसा नहीं कर पा रही है। टीम में प्रतिभाशाली युवा क्रिकेटर हैं और उन्हें जल्द ही सीखना होगा। उन्होंने भविष्य में टीम के प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद जताई। (भाषा)