भारत और इंग्लैंड की अब तक की सीरीज को देखा जाए तो भारत की जीत के सामने इंग्लैंड के दो ही खिलाड़ी खड़े नजर आए हैं। वन मैन की जगह इंग्लैंड इस बार टू मैन आर्मी दिखाई दी है। गेंदबाजी में जेम्स एंडरसन और बल्लेबाजी में कप्तान जो रूट, ऐसा लग रहा है बाकी के खिलाड़ी इनके इर्द गिर्द ही खेल रहे हैं।
अगर जो रूट की बात करें तो कप्तान इस सीरीज में क्रीज पर अपने नाम के मुताबिक जड़े हुए हैं। पिछले टेस्ट मैच में वह मैन ऑफ द मैच थे। पहली पारी में उन्होंने 64 रन बनाए और दूसरी पारी में 109 रन बनाए।
ट्रेंट ब्रिज हो या लॉर्ड्स नहीं बदला तो जो रूट का फॉर्म, कल भी जब इंग्लैंड की टीम मुश्किल में थी तो कप्तान ने रोरी बर्न्स के साथ पारी को संभाला। दूसरे दिन के खेल की समाप्ति पर जो रूट 48 के व्यक्तिगत स्कोर पर नाबाद क्रीज पर जमे थे।
भारतीय टीम को भी मालूम है कि इंग्लैंड की बल्लेबाजी पर इस बार अतिरिक्त दबाव है।कप्तान जो रूट इस टीम की रीढ़ ही हड्डी है अगर वह टूट गई तो टीम रेंगने लग जाएगी। अन्य बल्लेबाजों को शुरुआत मिली है पर वह इसको बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाए हैं।
लेकिन अगर भारतीय बल्लेबाजों को यह मालूम है तो रूट भी इस बात को जानते हैं कि क्रीज पर उनका टिके रहना इंग्लैंड के लिए कितना जरूरी है। वह टस से मस नहीं हुए हैं और अपने विकेट पर एक दाम लगा कर ही पवैलियन जा रहे हैं।
कई बार ऐसी स्थिती में खिलाड़ी का फॉर्म गड़बड़ा जाता है। क्योंकि उसे मालूम होता है कि वह आउट हुआ तो टीम ताश के पत्तों की तरह ढह जाएगी। लेकिन जो रूट ने सारा दबाव जज्ब कर लिया और गजब की परिपक्वता दिखाई।
आज एक बार फिर भारतीय गेंदबाज रूट को क्रीज से जल्द उखाड़ने की कोशिश करेंगे। गेंदबाज चाहेंगे कि जैसे कल इंग्लैंड ने आते साथ ही शतकवीर केएल राहुल को आउट कर दिया था। वैसे ही आज जल्द कोई गेंदबाज जो रूट का विकेट निकालकर दे दे।
हालांकि भारत अभी भी मैच में आगे है और 245 रनों की बढ़त उसके पास है लेकिन तीसरा दिन इस मैच की दिशा तय करेगा। अब सब कुछ इंग्लैंड की बल्लेबाजी पर निर्भर करता है या यूं कहे की जो रूट की बल्लेबाजी पर।(वेबदुनिया डेस्क)