नई दिल्ली। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ का मानना है कि भारत के पास टेस्ट मैचों के लिए दक्षिण अफ्रीका की तुलना में अधिक संतुलित गेंदबाजी आक्रमण है जिससे पांच नवंबर से शुरू होने वाली टेस्ट श्रृंखला में उसे फायदा मिलेगा।
गेंदबाजों के लचर प्रदर्शन के कारण भारत को हाल में टी20 और वनडे श्रृंखला गंवानी पड़ी लेकिन श्रीनाथ ने उम्मीद जताई कि गेंदबाज मोहाली में शुरू होने वाली टेस्ट श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
श्रीनाथ ने कहा, भारत के लिए तेज और स्पिन आक्रमण का संयोजन हमेशा कारगर रहा है। घरेलू सरजमीं पर स्पिनर बड़ी भूमिका निभाते हैं। यदि 50-50 नहीं भी रहे तब भी मुझे उम्मीद है कि तेज गेंदबाज 40 प्रतिशत विकेट हासिल कर सकते हैं। यदि आप स्पिनरों को शामिल करते तो यह काफी अच्छा आक्रमण बन जाता है और इससे टेस्ट श्रृंखला में भारत फायदे में रहेगा।
भारतीय तेज गेंदबाजी के अगुआ इशांत शर्मा हालांकि एक मैच के प्रतिबंध के कारण मोहाली टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे। ऐसी स्थिति में उमेश यादव और वरुण आरोन पर तेज गेंदबाजी का जिम्मा रहेगा, जबकि उम्मीद है कि रविचंद्रन अश्विन चोट से उबरने के बाद स्पिन आक्रमण की अगुवाई करेंगे, जिसमें अमित मिश्रा और रवींद्र जडेजा शामिल हैं।
श्रीनाथ को लगता है कि अंतिम दो वनडे से बाहर किए गए यादव और आरोन में से किसी एक को अंतिम एकादश में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा, आपको उनका प्रदर्शन देखना होगा कि पहले टेस्ट मैच से पूर्व वे कैसी गेंदबाजी कर रहे हैं। इन दोनों गेंदबाजों की शैली एक जैसी है इसलिए इसमें कप्तान का फैसला अहम होगा। जो भी नेट पर अच्छा प्रदर्शन करेगा, जो भी नियमित रूप से सही लाइन पर गेंदबाजी करेगा उसे लिया जाएगा।
भुवनेश्वर ने आखिरी वनडे में दस ओवर में 106 रन लुटाए और लगता है कि जैसे उनकी स्विंग कही खो गई लेकिन श्रीनाथ को उन पर अब भी पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि भुवी का मजबूत पक्ष उसकी सटीकता है। वह बुद्धिमान गेंदबाज है। यदि वह स्ट्राइक गेंदबाज नहीं है लेकिन उसे टीम में तीसरे तेज गेंदबाज में रखा जा सकता है।
महेंद्र सिंह धोनी अपने तेज गेंदबाजों से नियमित अच्छी गेंदबाजी करने के लिए कहते रहे जबकि कोहली तूफानी गेंदबाजी को प्राथमिकता देते हैं। श्रीनाथ ने कहा, धोनी टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं है, इसलिए कोहली क्या महसूस करता है यह महत्वपूर्ण है। वह आपका कप्तान है। प्रत्येक कप्तान की सोच अलग होती है। आपको उसे अपने हिसाब से काम करने देना चाहिए। वह टीम चलाता है। उसकी अपनी रणनीति होती है और उस हिसाब से अपने संसाधनों का उपयोग करता है।
मोहाली में पहले टेस्ट मैच के बारे में उन्होंने कहा, यह पहले दो दिन के खेल पर निर्भर करेगा। यह टीम संयोजन पर निर्भर करेगा। इशांत नहीं खेल रहा है लेकिन फिर भी भारत थोड़ा फायदे की स्थिति में रहेगा। (भाषा)