नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी के कारण देश में लागू लॉकडाउन के दो सप्ताह तक और बढ़ने की संभावना को देखते हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का अनिश्चितकाल तक स्थगित होना लगभग तय है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को इस मामले में केन्द्र सरकार के आधिकारिक रुख का इंतजार है लेकिन ज्यादातर मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री के साथ बैठक में लॉकडाउन को बढ़ाने की मांग की।
मुख्यमंत्रियों के रूख को देखते हुए दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड के पास इसे और आगे स्थगित करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है। भारत में कोविड-19 के संक्रमण की चपेट में 8000 से अधिक लोग आए हैं जिसमें 250 से अधिक की मौत हो गई है।
यह हालांकि अभी साफ नहीं हुआ है कि बीसीसीआई 15 अप्रैल से पहले आईपीएल स्थगित होने की घोषणा करेगा या नहीं। बीसीसीआई में इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया, ‘तीन राज्यों पंजाब, महाराष्ट्र और कर्नाटक ने पहले ही कहा है कि वे लॉकडाउन को आगे बढ़ाएंगे।
इसका यह मतलब हुआ कि अभी आईपीएल नहीं हो सकता। लेकिन यह रद्द भी नहीं होगा। इसे अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया जाएगा।’ आईपीएल का आयोजन 29 मार्च से 24 मई तक होना था लेकिन कोविड-19 के कारण इसे 15 अप्रैल तक टाल दिया गया था।
सूत्र ने बताया, ‘हम आईपीएल को रद्द नहीं कर सकते क्योंकि ऐसा करने पर 3000 करोड़ रुपए का नुकसान होगा। बीसीसीआई सभी हितधारकों के साथ मिलकर इसका हल ढूंढने की कोशिश करेगा लेकिन इसके लिए स्थिति के सामान्य होने की जरूरत है।
बीसीसीआई के बड़े अधिकारियों के लिए यह अभी संभव नहीं है कि वह कोई तारीख निर्धारित करें।’ अभी दो संभावित तिथि मौजूद हैं पहला है टी20 विश्व कप से पहले सितंबर से अक्टूबर के शुरू तक।
दूसरा विकल्प यह है कि अगर आईसीसी, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और टी20 विश्व कप से जुड़े हितधारक तैयार हों तो उसकी जगह इसे आयोजित किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘अभी काफी अगर-मगर की स्थिति है। कुछ भी साफ तौर पर तभी कहा जा सकता है तब चीजें सामान्य हों।’ (भाषा)