ब्रिस्बेन में एक महीने से ज्यादा चली बॉडर गावस्कर सीरीज का समापन होने जा रहा है। चौथे टेस्ट को जीतने के लिए भारत को 328 रन बनाने हैं और ऑस्ट्रेलिया को 10 विकेट लेने हैं।अगर दोनों ही टीमें यह करने में नाकाम होती हैं तो टेस्ट ड्रॉ होगा।
क्रिकेट के ज्ञान के हिसाब से देखा जाए तो पलड़ा ऑस्ट्रेलिया का भारी है क्योंकि पिच पांचवे दिन की है और असामान्य उछाल देखने को मिलेगा। लेकिन इस सीरीज की बात करें तो भारत के पक्ष में एक आंकड़ा जाता है।
इस बॉडर गावस्कर सीरीज मे ऑस्ट्रेलिया ने अगर टीम इंडिया को आउट किया है तो उसे हमेशा एक दिन से ज्यादा का समय लगा है। दूसरे शब्दों में इस सीरीज में किसी भी दिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत के 10 विकेट नहीं चटकाए हैं।
भारत ने चौथे दिन लक्ष्य का पीछा करते हुए अपनी पारी शुरु की और 1.5 ओवर में बिना कोई विकेट खोए चार रन बनाए थे कि बारिश के कारण दिन का शेष खेल समाप्त करना पड़ा। रोहित शर्मा ने एक चौका लगाया है और वह चार रन तथा शुभमन गिल खाता खोले बिना क्रीज पर हैं। इसका मतलब ऑस्ट्रेलिया को कल पूरे 10 विकेट लेने हैं जो इस सीरीज में अब तक उसने एक बार भी नहीं किया है।
भारत के 10 विकेट चटकाए बिना तो ऑस्ट्रेलिया को जीत मिलने से रही। ऐसे में सिर्फ दो ही नतीजे मुमकिन है, या तो भारत यह मैच जीत लेगा या फिर ड्रॉ करा लेगा।
एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में भी ऑस्ट्रेलिया यह काम नहीं कर पायी थी। इस टेस्ट के तीसरे दिन भारत 36 रनों पर ऑल आउट हो गया था लेकिन दूसरे दिन की शाम को भारत पृथ्वी शॉ का विकेट गंवा चुका था। इसलिए ऑस्ट्रेलिया यहां भी 8 विकेट ले पाई थी, मोहम्मद शमी चोट के कारण नहीं खेल पाए थे।
सिडनी टेस्ट के अंतिम दिन भी ऑस्ट्रेलिया को जीत की आस थी लेकिन अंतिम दिन की पिच पर भी वह सिर्फ 3 विकेट ही निकाल पायी। समय ऑस्ट्रेलिया के पास कम है और भारत बॉडर गावस्कर सीरीज अपने पास रखने के सिर्फ एक कदम दूर है।
भारत यदि यह मैच जीतता है या ड्रॉ करा देता है तो वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास बरकरार रखेगा क्योंकि भारत ने 2018-19 के पिछले दौरे में सीरीज 2-1 से जीती थी।(वेबदुनिया डेस्क)