लखनऊ। दक्षिण अफ्रीकी महिला टीम ने लिजेल ली (70) और लौरा वोलवार्ट (नाबाद 53) के अर्धशतकों की बदौलत रविवार को यहां दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय रोमांचक मुकाबले में भारत को 6 विकेट से पराजित कर तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली। इस तरह भारत ने वन-डे श्रृंखला 1-4 से गंवाने के बाद टी-20 श्रृंखला में भी वापसी का मौका खो दिया।
सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा के 47 रन की पारी से मंच तैयार करने के बाद रिचा घोष ने अंत में 26 गेंद में 44 रन की नाबाद पारी खेलकर भारत को चार विकेट पर 158 रन का प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा करने में मदद की।
दक्षिण अफ्रीका ने अंतिम चार ओवरों के रोमांच में भारतीय गेंदबाजों के दबाव से उबरते हुए अंतिम गेंद में जीत हासिल की। दक्षिण अफ्रीका ने ली के अर्धशतक की बदौलत अच्छी शुरूआत की जिन्होंने 45 गेंद में 11 चौके औंर एक छक्का लगाकर 70 रन बनाए।
भारतीय गेंदबाज राजेश्वरी गायकवाड़ ने हालांकि टीम को दूसरे ही ओवर में सलामी बल्लेबाज एनेके बॉश का विकेट दिला दिया था लेकिन इसके बाद ली ने कप्तान सुने लुस (20) के साथ मिलकर शानदार तरीके से पारी आगे बढ़ायी। पर लुस रन आउट हो गयी और इस 58 रन की साझेदारी का भी अंत हुआ। लुस के जाने के बाद लौरा ने जिम्मेदारी संभाली और ली के साथ भी मिलकर 50 रन जोड़े।
राधा यादव ने भारतीय टीम को 16वें ओवर में ली के रूप में अहम विकेट दिलाया जिनके जाने के बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम थोड़ी दबाव में आ गयी थी। अंतिम चार ओवर में टीम को जीत के लिये 36 रन चाहिए थे।
लौरा ने शानदार बल्लेबाजी जारी रखी, पर दूसरे छोर पर मिगनोन डि प्रूज (10) के 19वें ओवर में हरलीन देओल की गेंद पर पवेलियन लौटने से टीम थोड़ी मुश्किल में दिख रही थी। लेकिन लौरा ने इसी ओवर में लगातार दो चौके जड़कर मैच का रोमांच बरकरार रखा।
अंतिम ओवर में अब टीम को छह गेंद में नौ रन चाहिए थे। अरूधंती रेड्डी ने चार गेंद में तीन रन दिये लेकिन पांचवीं गेंद नो बॉल कर बैठी जिसमें दो रन भी बने और एक गेंद भी मिली। तभी लौरा ने अपना अर्धशतक भी पूरा किया और अब दो गेंद में तीन रन चाहिए थे जो टीम ने आसानी से बना लिए। लौरा ने 39 गेंद का सामना करते हुए सात चौके लगाए।
इससे पहले शेफाली ने 31 गेंद की पारी के दौरान छह चौके और दो छक्के जमाने के साथ हरलीन देओल (31) के साथ 79 रन की भागीदारी निभायी जिसने भारत को करो या मरो के मैच में अच्छा स्कोर खड़ा करने की नींव रखी।
रिचा घोष ने फिर अंत में 26 गेंदों का सामना करते हुए अपनी पारी के दौरान आठ बार गेंद सीमारेखा के पार करायी जिससे टीम 160 रन के करीब पहुंच गई। दक्षिण अफ्रीका के लिये शबनिम इस्माल, एन मलाबा, नादिने डि क्लर्क और एनेके बॉश ने एक एक विकेट हासिल किए।
बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद कप्तान स्मृति मंधाना (07) एक बार फिर जल्दी आउट हो गयी। वह दूसरे ही ओवर में इस्माइल की बाहर जाती गेंद पर बल्ला छुआकर विकेटकीपर को कैच देकर पवेलियन पहुंची।
शेफाली ने चौथे ओवर में तीन चौके जड़कर गेंदबाजों पर दबाब बनाया और पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में अर्धशतक जड़ने वाली हरलीन ने अयाबोंगा खाका पर अपनी पहली बाउंड्री लगायी जिससे पांच ओवर के बाद भारत का स्कोर एक विकेट पर 31 रन था। शेफाली ने नादिने डि क्लर्क का स्वागत स्ट्रेट शॉट से किया जिसके बाद उन्होंने बड़ा छक्का जमाया।
हालांकि इस भारतीय को सातवें ओवर में एनेके बॉश ने जीवनदान दिया लेकिन इसके बाद हरलीन ने इस गेंदबाज पर लगातार चौके जड़ दिये। दसवें ओवर में भारतीय टीम ने 14 रन जोड़े जिसमें इन दोनों बल्लेबाजों ने नादिने डि क्लर्क पर एक एक चौका लगाया।
शेफाली ने फिर अगले ओवर में स्लॉग स्वीप शॉट से मलाबा की गेंद को छक्के के भेजा लेकिन अंतिम गेंद पर लेग साइड में फिर स्लॉग करने की कोशिश में आउट हो गईं। हरलीन भी अगले ओवर में बॉश का शिकार बनीं। रिचा के तीन चौकों और जेमिमा रोड्रिग्स (16) के एक चौके से 14 ओवर में 18 रन जोड़े। रोड्रिग्स के आउट होने के बाद रिचा ने चार और बाउंड्री लगाकर भारत को प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा करने में मदद की। (भाषा)