धर्मशाला: लखनऊ से लेकर धर्मशाला तक, भारत और श्रीलंका के बीच हुई सीरीज सिर्फ एक खिलाड़ी के नाम रही वह है श्रेयस अय्यर। अय्यर ने श्रृंखला के 3 मैचों में 174 के स्ट्राइक से 117 गेंदो में 204 रन बनाए। पूरी सीरीज में अय्यर ने 20 चौके और 7 छक्के लगाए। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि श्रेयस अय्यर को एक भी बार श्रीलंका का कोई भी बल्लेबाज आउट नहीं कर पाया। इस कारण इस सीरीज में उनका औसत भी नहीं निकल पाया।
पहले मैच में श्रेयस अय्यर ने अंतिम 4 ओवर में आकर 28 गेंदो में 57 रनों की पारी खेली। इसके बाद दूसरे टी-20 में श्रेयस अय्यर ने मुश्किल स्थिति में श्रीलंका को 44 गेंदों में 74 रन बनाए। इसके बाद तीसरे टी-20 में श्रेयस अय्यर ने 45 गेंदो में 73 रन बनाकर टीम इंडिया को 3-0 से जीत दिलाई। तीनों पारियों में ही श्रेयस अय्यर नाबाद रहे।
तीसरे नंबर पर ही बल्लेबाजी करना पसंद
श्रेयस अय्यर को मैच खत्म करना पसंद है लेकिन श्रीलंका के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन के बाद उन्होंने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी की इच्छा जताई है जिस स्थान पर आम तौर पर दिग्गज विराट कोहली बल्लेबाजी करते हैं।
वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय के बाद कोहली को जैविक रूप से सुरक्षित माहौल से आराम दिया गया जिसके बाद अय्यर ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका के खिलाफ तीन अर्धशतक जड़े और भारत ने श्रृंखला में 3-0 से क्लीनस्वीप किया।
अय्यर ने तीसरे मैच में भारत की जीत के बाद संवाददाताओं से कहा, मैं स्वयं से या फिर टीम के कोच से कोई उम्मीद नहीं लगा रहा क्योंकि टीम में काफी प्रतिस्पर्धा है।उन्होंने कहा, सभी खिलाड़ी आपको मैच जिताने में सक्षम हैं। निजी तौर पर मैं प्रत्येक लम्हे और मौके का लुत्फ उठाना चाहता हूं जो मुझे मिलेगा।
अय्यर ने कहा, मुझे मैच को खत्म करना पसंद है और मैं पिच पर हमेशा इसी मानसिकता के साथ उतरता हूं।
अय्यर ने हालांकि कहा कि अगर विकल्प मिलता है तो वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करना पसंद करेंगे।
उन्होंने कहा, बेशक इस प्रारूप में शीर्ष तीन क्रम के बल्लेबाज ही अपनी पारी की योजना काफी अच्छी तरह बना सकते हैं। अन्यथा अगर आप निचले क्रम में बल्लेबाजी करो तो आपके पास समय नहीं होता और आपको पहली गेंद से ही तेजी से रन बनाने होते हैं।
उन्होंने कहा, इसलिए हां अगर निजी तौर पर बताना हो तो मेरे लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान बेशक तीसरा नंबर है।
नहीं है विश्वकप के चयन की चिंता
श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए अय्यर टीम में अपने स्थान के बारे में अधिक नहीं सोच रहे और टी20 विश्व कप से पहले अपनी अच्छी फॉर्म का लुत्फ उठा रहे हैं।उन्होंने कहा, निजी तौर पर मैं इस लम्हे का लुत्फ उठाना चाहता हूं, श्रृंखला में मैंने काफी अच्छे स्कोर बनाए।
अय्यर को वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले दो टी20 मुकाबलों में खेलने का मौका नहीं मिला था। वह अपने पिछले पांच मुकाबलों में चार अर्धशतक जड़ चुके हैं जिसमें वेस्टइंडीज के खिलाफ इसी महीने एकदिवसीय मैच में 80 रन की पारी भी शामिल है।
यह पूछने पर कि क्या उन्हें लगता है कि उन्होंने आस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए टीम में जगह पक्की कर ली है तो उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि इस समय इस तरह से सोचना गलत होगा।
उन्होंने कहा, मैं टीम में जगह पक्की करने के बारे में कुछ नहीं कह सकता क्योंकि जैसा कि मैंने पहले कहा, टीम में काफी प्रतिस्पर्धा है।
एक कमजोरी पर काम करना है बाकी
शॉर्ट गेंदों के खिलाफ कमजोरी के बारे में पूछने पर अय्यर ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो मैंने इस पर काम नहीं किया है। मैं उसी तरह खेल रहा हूं जिस तरह खेलने का आदी हूं... अगर आपसी मानसिकता सही है तो आप किसी भी गेंद को खेल सकते हो।
उन्होंने कहा, अगर आपको लगता है कि शॉर्ट गेंद मेरी कमजोरी है तो मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। अय्यर ने कहा, बेशक शॉर्ट गेंद का सामना करते हुए ही मैच इस स्तर पर पहुंचा हूं। आपको इसके लिए अलग से तैयारी करने की जरूरत नहीं है।