नाटिंघम। भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने स्वीकार किया कि तीसरे टेस्ट में उन पर रन बनाने का दबाव था लेकिन उन्होंने कहा कि काउंटी क्रिकेट खेलने से उन्हें इंग्लैंड के हालात में बल्लेबाजी करके खोया फार्म हासिल करने में मदद मिली।
पुजारा ने 72 रन बनाने के साथ कप्तान विराट कोहली के साथ 113 रन की साझेदारी की। उन्होंने कहा कि काउंटी खेलने से मुझे मदद मिली। मैने बहुत कुछ सीखा। काउंटी में मैने ज्यादा रन नहीं बनाए लेकिन मैं कठिन पिचों पर खेल रहा था। मेरा आत्मविश्वास कभी कम नहीं हुआ था।
उन्होंने कहा कि मुझे हमेशा लगता था कि मैं नेट्स पर अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं और जल्दी ही बड़ा स्कोर बनाउंगा। उन्होंने कहा कि खराब फार्म की वजह से उन पर दबाव था।
पुजारा ने कहा कि मैने दबाव महसूस किया। जब आप रन नहीं बना पाते तो हमेशा दबाव रहता है। एक टीम के रूप में, एक बल्लेबाजी ईकाई के रूप में इस टेस्ट से पहले हम रन नहीं बना सके थे।
उन्होंने कहा कि शीषक्रम के बल्लेबाजों के लिए रन बनाना जरूरी था, खासकर इस टेस्ट में। हमारे सलामी बल्लेबाजों ने पहली और दूसरी पारी में बहुत अच्छी बल्लेबाजी की। उन्हें इसका श्रेय जाता है क्योंकि कई बार पचास या सौ रन बनाना ही अहम नहीं होता। (भाषा)