केदार जाधव भी बिना खाता खोले धनंजय का दूसरा शिकार हो गए। 61 रन पर ही एक के बाद एक लगातार दो विकेट गिर जाने के बाद पिछले मैच की कहानी दोहराए जाने की आशंका पैदा हो गई, जिसमें भारत ने जल्दी जल्दी अपने छ: विकेट गंवा दिए थे, लेकिन यहां से रोहित और पिछले मैच के संकटमोचक धोनी ने मोर्चा संभालते हुए फिर कोई विकेट नहीं गिरने दिया और भारत की झोली में मैच और सीरीज डाल दी।