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धर्मशाला में भारत की पहली ‘हाईब्रिड पिच’ का हुआ अनावरण, लॉर्ड्स और द ओवल पर हो चुका है इस्तेमाल

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WD Sports Desk

, सोमवार, 6 मई 2024 (17:22 IST)
भारत की पहली ‘हाईब्रिड पिच’ का सोमवार को यहां हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ (HPCA) स्टेडियम में भव्य समारोह में अनावरण किया गया।इस समारोह में आईपीएल चेयरमैन अरूण धूमल और इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर तथा एसआईएस के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट निदेशक पॉल टेलर जैसे क्रिकेट से जुड़े गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।

धूमल ने कहा, ‘‘इंग्लैंड में लार्ड्स और द ओवल जैसे प्रतिष्ठित स्थलों में सफलता के बाद हाईब्रिड पिचों के इस्तेमाल से भारत में क्रिकेट में क्रांति आएगी।’’

प्राकृतिक टर्फ और कृत्रिम फाइबर से बनने वाली हाईब्रिड पिच अधिक टिकाऊ होती है। इससे मैदानकर्मियों पर पिच को तैयार करने में कम दबाव होता है और साथ ही खेलने की परिस्थितियों के स्तर को बरकरार करने में भी अधिक समस्या नहीं होती।

पिच में सिर्फ पांच प्रतिशत कृत्रित फाइबर होता है जिससे यह सुनिश्चित होता है कि क्रिकेट के लिए जरूरी प्राकृतिक विशेषताओं को बचाया जा सके।

टेलर ने इस प्रतिष्ठित परियोजना में साझेदारी के लिए एचपीसीए का आभार जताया।

हाइब्रिड सतह को स्थापित करने में एक महत्वपूर्ण घटक ‘यूनिवर्सल मशीन’ है जिसे 2017 में एसआईएसग्रास द्वारा विकसित किया गया था और इंग्लैंड के काउंटी क्रिकेट मैदानों में समान पिचें बनाऩे में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

आईसीसी ने टी20 और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में हाईब्रिड पिचों के इस्तेमाल को स्वीकृति दी है और योजना है कि इस साल से इनका इस्तेमाल चार दिवसीय काउंटी चैंपियनशिप में किया जाएगा।
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हाइब्रिड पिचों पर खेलने की परिस्थितियों को नियंत्रित किया जा सकता है: पॉल टेलर

क्रिकेट के खेल में नयी खोज और तकनीक से कई बदलाव आने के बावजूद पिच की तैयारी पारंपरिक ही रही है लेकिन अब ‘हाइब्रिड पिचों’ की शुरुआत ने इसमें भी धीरे-धीरे ही सही, बड़े बदलाव के संकेत दे दिये हैं।

ब्रिटेन स्थित हाइब्रिड पिच निर्माता ‘एसआईएसग्रास’ इस नवाचार में सबसे आगे है और कंपनी के लिए सबसे बड़ी चुनौती किसी मैच के दौरान इस तरह की पिचों पर खेलने की परिस्थितियों के स्तर को बरकरार रखने की होगी।

‘एसआईएसग्रास’ ने हालांकि इस कार्य को पूरा करने में विश्वास व्यक्त किया। भारत में हालांकि अलग तरह की चुनौती है जहां एक शहर से दूसरे शहर के मौसम और परिस्थितियों में बड़ा बदलाव होता है।

इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर और अब एसआईएसग्रास के अंतरराष्ट्रीय बिक्री निदेशक पॉल टेलर ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘आप (हाइब्रिड पिच पर) खेलने की परिस्थितियों को नियंत्रित कर सकते हैं क्योंकि वे मौलिक रूप से नहीं बदलते हैं। आप पिच में नमी की मात्रा को नियंत्रित कर सकते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप सूखी पिच पर खेलना चाहते हैं, तो आप सूखी पिच पर खेल सकते हैं। अगर आप पिच पर अधिक घास छोड़ना चाहते हैं, तो आप ऐसा कर सकते हैं।’’

धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में आईपीएल अध्यक्ष अरुण धूमल और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में सोमवार को भारत की पहली हाइब्रिड पिच का अनावरण किया गया।भारतीय के संदर्भ में हाइब्रिड पिचों के उपयोग को लेकर टेलर ने कहा कि वे स्पिनरों को पारंपरिक रूप से तैयार की गई पिचों की तरह ही मदद करेंगी।

उन्होंने कहा, ‘‘गेंद स्पिन करेगी। हमने वास्तव में जो पाया है वह यह है कि समय के साथ स्पिन गेंदबाजों को हाइब्रिड पिच से प्राकृतिक पिच की तुलना में अधिक उछाल मिलेगा।’’इंग्लैंड के इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि हाइब्रिड पिच की तैयारी का पूरा नियंत्रण ग्राउंड स्टाफ के पास होगा। (भाषा)

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