वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल में 7 जून से लेकर 11 जून तक लंदन के ओवल स्टेडियम में खेला जाएगा। चार मैचों की इस टेस्ट श्रंखला के तीसरे मैच में इंदौर के होल्कर स्टेडियम में भारत को नौ विकटों से हराकर ऑस्ट्रेलियाई टीम 68.52 पीटीसी पॉइंट्स के साथ पहले ही WTC के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुकी है।
WTC की टेबल में दूसरे नंबर पर भारतीय टीम 60.52 पीटीसी के साथ है वहीँ, श्रीलंकाई टीम, जो टेबल में तीसरे स्थान पर है, के पास 53.33 पीटीसी पॉइंट्स हैं। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा और आखरी मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा और WTC फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित करने के लिए भारत को यह मैच जीतना ही होगा वहीँ, श्रीलंका को फाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए न्यूज़ीलैंड को उन्ही के घर में दो टेस्ट मैचों की सीरीज में हराना होगा और दोनों ही मैच जीतने होंगे लेकिन अगर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को अपने चौथे मैच में हरा देती है तो श्रीलंका न्यूज़ीलैंड को सीरीज में 2-0 से भी हराकर WTC फाइनल में अपनी जगही नहीं बना पाएगी।
यदि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को चौथे टेस्ट मैच में नहीं हरा पाती या मैच ड्रा हो जाता है तो भी भारतीय टीम के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दरवाज़ें पूरी तरह से बंद नहीं होंगे। अगर श्रीलंका न्यूज़ीलैंड को दोनों टेस्ट मैच में नहीं हरा पाती तो भारत की जगह फाइनल में खुद ब खुद पक्की हो जाएगी। न्यूज़ीलैंड को उन्ही के घर दो मैचों में हराना श्रीलंका के लिए बेहद कठिन होगा क्योंकि हरे ट्रैक पर उनका रिकार्ड कुछ ख़ासा नहीं है।
श्रीलंका के लिए जीत से कुछ भी कम उनको विश्व टेस्ट चैंपियनशिप से बाहर का रास्ता दिखा सकती है। न्यूजीलैंड पूर्व विश्व टेस्ट चैंपियन है और उसको उसके ही घर में मांद देना लंका के लिए एक उलटफेर जैसा लगता है। अगर 1 मैच भी श्रीलंका जीत जाती है तो वह उसके लिए बड़ी बात होगी। लेकिन न्यूजीलैंड को 2-0 से हराना टेढ़ी खीर है। हालांकि क्रिकेट में कुछ भी संभव है।
श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के बीच पहला टेस्ट मैच 9 से 13 मार्च तक न्यूज़ीलैंड के हागले ओवल स्टेडियम में खेला जाएगा। भारत का ऑस्ट्रेलिया के साथ इस सीरीज का चौथा मुक़ाबला 9 से 13 मार्च तक नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आयोजित किया गया है।