मेलबर्न:ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग को डर है कि सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर का करियर जून में शुरू होने वाली एशेज़ टेस्ट सीरीज से पहले ही अनचाहे अंदाज़ में खत्म हो सकता है।गौरतलब है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के बाद होने वाली एशेज़ इस साल इंग्लैंड में खेली जायेगी। वॉर्नर की हालिया टेस्ट फॉर्म अच्छी नहीं रही है और 2019 के इंग्लैंड दौरे पर भी उनकी औसत सिर्फ 9.5 ही रही थी।
पॉन्टिंग ने आरएसएन क्रिकेट के साथ बातचीत में कहा, “ मैंने उसे (वॉर्नर को) डब्ल्यूटीसी चक्र के बारे में बात करते हुए सुना है। यह चक्र विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (फाइनल) के बाद समाप्त हो जायेगा, जो एशेज़ से एक हफ्ता पहले है। मेरा खयाल है कि वह डेविड को उस टेस्ट मैच तक तो टीम में रखना ही चाहेंगे। यह हालांकि उसके ऊपर ही निर्भर करता है। एक बल्लेबाज की कीमत उसके रनों से होती है। अगर आप रन नहीं बना रहे तो आपके ऊपर टीम से बाहर होने की तलवार लटकती रहती है। ”
उन्होंने कहा, “ यह सभी के साथ होता है, मेरे साथ भी हुआ। जब आप एक उम्र तक पहुंच जाते हैं और आपकी फॉर्म गिरने लगती है, तो लोग अपनी छुरियों में धार लगवा लेते हैं। (आपको निशाना बनाने में) ज़्यादा देर नहीं लगती। ”
भारत दौरे की तीन पारियों में सिर्फ 26 रन बनाने वाले वॉर्नर ने यहां आने से पहले घरेलू सीरीज में अपना 100वां टेस्ट खेलते हुए दोहरा शतक जड़ा था। पॉन्टिंग का कहना है कि वॉर्नर को दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध मेलबर्न टेस्ट में खेली गयी 200 रन की पारी के बाद ही अपने टेस्ट करियर पर विराम लगा देना चाहिए था।
पॉन्टिंग ने कहा, “ उनका करियर जिस तरह के अंत का हकदार है, मेरे अनुसार उन्हें सिडनी टेस्ट के बाद ही गाड़ी रोक देनी चाहिये थी। उन्होंने मेलबर्न में अपने 100वें टेस्ट में दोहरा शतक जड़ा, सिडनी में अपने घरेलू मैदान पर 101वां टेस्ट खेला। उन्हें इसे वहीं खत्म कर देना चाहिये था। ”
वॉर्नर को भारत में दूसरे टेस्ट की पहली पारी के बाद कोहली में हेयरलाइन फ्रैक्चर के कारण स्वदेश भेज दिया गया था। उन्होंने घर लौटकर 2024 तक टेस्ट क्रिकेट खेलने की इच्छा जताई, हालांकि इस समय टीम में उनकी वापसी मुश्किल है।
उनकी जगह शामिल हुए ट्रैविस हेड भारत की घूमती हुई पिचों पर प्रभावशाली दिख रहे हैं। ऐसे में उनको बाहर करने के लिए चयनकर्ताओंं को एक ठोस कारण ढूंढना पड़ेगा। हेड को पहले ही वॉर्नर की जगह ना शामिल करने पर कई ऑस्ट्रेलियाई पू्र्व क्रिकेटरों ने सवाल उठाया था। हेड अब तक 2 बार 40 से ज्यादा की पारी बेहतरीन स्ट्राइक रेट के साथ भारतीय जमीन पर खेल चुके हैं।
पॉन्टिंग ने कहा, “ वह इसके हकदार नहीं थे कि उन्हें एक विदेश दौरे के बीच से टीम से बाहर कर दिया जाये और उनका करियर समाप्त हो। यह अपने करियर को खत्म करने का एक बेहद ही निराशाजनक तरीका होगा। वह एक ज़िद्दी, जुझारू व्यक्ति है, सो देखते हैं क्या होता है। ”