भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने गुरुवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया। भारतीय महिला टीम पहली बार किसी टेस्ट मैच में इंग्लैंड से आमने सामने हो रही है।हरमनप्रीत टेस्ट प्रारूप में पहली बार भारतीय टीम की अगुआई कर रही हैं।रेणुका ठाकुर, जेमिमा रोड्रिगेज और सतीश शुभा को पदार्पण का मौका मिला है।
भारतीय टीम पर महिला क्रिकेट को आगे ले जाने की जिम्मेदारी है : हरमनप्रीत कौर
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर चाहती हैं कि महिला क्रिकेट में अधिक से अधिक टेस्ट आयोजित किये जायें और बुधवार को उन्होंने स्वीकार किया कि इसे वास्तविकता बनाने के लिए भारत को निरंतर प्रदर्शन से मुख्य भूमिका निभानी होगी।
करीब नौ साल के बाद भारत घरेलू सरजमीं पर एक टेस्ट मैच खेलेगा जिसमें टीम का सामना यहां डी वाई पाटिल स्टेडियम में इंग्लैंड से होगा।भारत ने अपने मैदान पर अंतिम टेस्ट मैच नवंबर 2014 में मैसूर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था।
हरमनप्रीत ने मैच की पूर्व संध्या पर मीडिया से कहा, महिला क्रिकेट के बारे में बात करें तो भारत में इसमें दिन प्रतिदिन सुधार हो रहा है। काफी लोग मैच देखने आ रहे हैं जो हमने पिछले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भी देखा।
उन्होंने कहा, दुनिया में हर कोई भारत में खेलना चाहता है। क्रिकेट की बात की जाये तो भारत में चीजें तेजी से बदल रही हैं। काफी लोग इसे पसंद कर रहे हैं और हम भी सुधार करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे पास महिला क्रिकेट को ऊंचाई तक ले जाने का मौका है।
हरमनप्रीत ने कहा, मैं जानती हूं कि जब महिला क्रिकेट की बात आती है तो काफी कुछ भारतीय क्रिकेट टीम पर निर्भर करता है। जिस तरह से भारत में महिला क्रिकेट को लेकर दृष्टिकोण बदल रहा है तो उसे देखते हुए निश्चित रूप से लगता है कि हमारे हाथ में काफी कुछ है।
भारतीय टीम सितंबर 2021 के बाद टेस्ट में वापसी कर रही है और हरमनप्रीत ने कहा कि बतौर खिलाड़ी उनकी इच्छा है कि वे ज्यादा से ज्यादा लंबे प्रारूप के मैच खेलें लेकिन इस पर अंतिम फैसला प्रशासकों को ही लेना होगा।
उन्होंने कहा, खिलाड़ी के तौर पर हम ज्यादा से ज्यादा टेस्ट मैच खेलना चाहते हैं। पर फैसला आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) और बोर्ड (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) को ही लेना है।
इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में हरमनप्रीत का टखना मुड़ गया था लेकिन अब वह बेहतर महसूस कर रही हैं।उन्होंने कहा, इसमें थोड़ी सूजन थी लेकिन अभी मैं बेहतर महसूस कर रही हूं।
तीन दिन के ब्रेक के बाद सफेद गेंद के प्रारूप से लाल गेंद के प्रारूप में खेलना खिलाड़ियों के लिये चुनौतीपूर्ण होगा।
उन्होंने कहा, मैं जानती हूं सफेद गेंद का क्रिकेट खेलने के बाद यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण होगा। गेंदबाजी इकाई को तैयारी के लिए 10-15 दिन मिले। वे समझती हैं कि लाल गेंद किस तरह बर्ताव करती है। बल्लेबाजी और गेंदबाजी इकाई के तौर पर हमने जितना हो सकता था, उसे कवर करने की कोशिश की है।
वह टेस्ट मैच में पहली बार देश का प्रतिनिधित्व कर रही हैं तो वह थोड़ी नर्वस हैं।हरमनप्रीत ने कहा, आप भले ही कितने ही मैच खेल चुके हों, आप नर्वस महसूस करते ही हो। जब आप मैदान में उतरते हो तो उत्साह और घबराहट हमेशा बनी रहती है। जब आप एक गेंद खेलते हो, उसके बाद ही यह थोड़ा कम होता है।
भारत के खिलाफ एकमात्र टेस्ट दोनों टीम के लिए काफी हद तक अनजान: नाइट
इंग्लैंड की महिला टीम की कप्तान हीथर नाइट ने कहा कि भारत के खिलाफ गुरुवार से यहां शुरू होने वाला एकमात्र टेस्ट क्रिकेट मैच दोनों टीमों के लिए काफी हद तक अनजान है और सही मानसिकता के साथ मैदान पर उतरना महत्वपूर्ण होगा।
भारतीय महिला टीम ने 1995 के बाद घरेलू धरती पर और 2006 के बाद विदेशी मैदान पर कोई टेस्ट मैच नहीं गंवाया है और वह इंग्लैंड के सामने कड़ी चुनौती पेश करेगी, लेकिन हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम ने पिछले दो वर्षों में कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है।
नाइट ने मैच की पूर्व संध्या पर कहा,मुझे लगता है कि यह दोनों टीम के लिए काफी हद तक अनजान (प्रारूप) है। निश्चित तौर पर भारतीय खिलाड़ियों ने लंबे समय से इस प्रारूप में कोई मैच नहीं खेला है। हम जब भी टेस्ट मैच खेलते हैं तो यह काफी उत्साहजनक होता है।
इंग्लैंड की महिला टीम का यह 100वां टेस्ट मैच होगा लेकिन उसकी कप्तान इस रिकॉर्ड से अवगत नहीं थी।
नाइट ने कहा,मुझे वास्तव में इसके बारे में पता नहीं था। यह शानदार आंकड़ा है। मेरा मानना है कि भारत में टेस्ट मैच खेलना किसी भी क्रिकेटर के लिए बहुत बड़ी बात होती है और यह वास्तव में अच्छा है कि हमें यह मौका मिल रहा है।
टी20 श्रृंखला समाप्त होने के तीन दिन बाद इस टेस्ट मैच का आयोजन किया जा रहा है और नाइट ने कहा कि सही मानसिकता के साथ मैदान पर उतरना महत्वपूर्ण होगा।
उन्होंने कहा,आप दो दिन में अपने खेल में बहुत अधिक बदलाव या तैयारी नहीं कर सकते हैं। यह सभी चीजों के प्रति अपनी राय स्पष्ट रखने से जुड़ा है। आप कैसा खेलना चाहते हो, आपको किस तरह से रन बनाने हैं, आपको किस तरह से विकेट लेने हैं और किस तरह से परिस्थितियों से सामंजस्य से बिठाना है, यह इससे जुड़ा है।