सिडनी। मयंक अग्रवाल (77 रन) और श्रीमान भरोसेमंद चेतेश्वर पुजारा की नाबाद 130 रन की बेहतरीन शतकीय पारी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट के पहले दिन गुरुवार को स्टम्प्स तक पहली पारी में चार विकेट पर 303 रन बनाकर मेहमान टीम का दबदबा बनाए रखा।
कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और पहले दिन की समाप्ति तक पहली पारी में 90 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 303 रन बना लिए मयंक ने 77 रन, लोकेश राहुल ने 9, विराट कोहली ने 23 और अजिंक्य रहाणे ने 18 रन बनाए। पुजारा अभी 130 रन और हनुमा विहारी 39 रन बनाकर नाबाद क्रीज़ पर हैं और भारत के छह विकेट सुरक्षित हैं।
मैच में मयंक और पुजारा ने दूसरे विकेट के लिए 116 रन की बेहतरीन शतकीय साझेदारी से भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया जबकि पुजारा अभी विहारी के साथ पांचवें विकेट के लिए 75 रन की अविजित साझेदारी कर मैदान पर हैं।
ऑस्ट्रेलिया के लिए तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड को 20 ओवर में 51 रन पर दो विकेट मिले जबकि ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने 88 रन पर एक और मिशेल स्टार्क ने 75 रन पर एक विकेट लिया।
सिडनी ग्राउंड पर विराट ने सुबह टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया जो सही साबित हुआ और भारतीय बल्लेबाजों के संतोषजनक प्रदर्शन से टीम पहले दिन 300 के पार पहुंच गई। स्पिनर कुलदीप यादव को मैच में ईशांत शर्मा की जगह शामिल किया गया जबकि लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा टीम में मुख्य स्पिनर के रूप में शामिल रहे। अनफिट रविचंद्रन अश्विन के खेलने पर बना संशय भी सुबह समाप्त हो गया, जिन्हें अंतिम एकादश में नहीं लिया गया।
हालांकि रोहित शर्मा के स्वदेश लौटने के कारण टीम में दोबारा शामिल किये गए ओपनर राहुल इस मौके का फायदा नहीं उठा सके और मौजूदा सीरीज़ में उनकी खराब लय का सिलसिला सिडनी में भी जारी रहा जो दूसरे ओवर में ही विकेट गंवा बैठे। राहुल (09) ने छह गेंदें खेलीं और दो चौके लगाकर हेजलवुड की गेंद पर मिशेल मार्श को कैच दे बैठे। राहुल के इस प्रदर्शन से भारत फिर ओपनिंग विकेट के लिए बड़ी साझेदारी नहीं कर सका और मयंक के साथ उन्होंने केवल 10 रन की साझेदारी की।
मेलबोर्न में पदार्पण करने वाले 27 वर्षीय मयंक ने लेकिन अपने करियर के मात्र दूसरे ही टेस्ट में फिर से कमाल दिखाया और लगातार दूसरा अर्धशतक बनाया। पिछले मैच में उन्होंने 76 रन बनाए थे, जबकि इस बार उन्होंने 112 गेंदों में सात चौकों और दो छक्कों की मदद से 77 रन की पारी खेली। मयंक ने पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिये 116 रन की शतकीय साझेदारी की।
पुजारा क्रीज़ पर सुबह दूसरे ओवर की समाप्ति से पहले ही आए और दिन के अंतिम 90वें ओवर तक खेलते रहे और नाबाद लौटे। उन्होंने 250 गेंदों का सामना किया और 16 चौके लगाकर नाबाद 130 रन बनाए। उन्होंने अपना शतक चायकाल के बाद 199 गेंदों में 13 चौकों की मदद से पूरा किया। पुजारा ने मिशेल स्टार्क की गेंद पर चौका लगाया और करियर के कुल 68वें टेस्ट में अपना 18वां शतक बनाया।
पुजारा की मयंक के साथ इस साझेदारी को ऑस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर लियोन ने 34वें ओवर में तोड़ा और स्टार्क के हाथों भारतीय ओपनर को कैच कराकर भारत का दूसरा विकेट निकाला। मैच में बेहद संभलकर अपने शॉट्स खेल रहे पुजारा ने फिर कप्तान विराट के साथ पारी को आगे बढ़ाया और तीसरे विकेट के लिए 54 रन की उपयोगी साझेदारी निभाई।
नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज़ विराट हालांकि इस बार बड़ी पारी खेले बिना पैवेलियन लौट गए, लेकिन उन्होंने 59 गेंदों में चार चौके लगाकर 23 रन बनाए। तेज़ गेंदबाज़ हेजलवुड ने विराट को इस सीरीज़ में उनके विरोदी ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन के हाथों कैच कराया। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इस विकेट का जश्न मनाया और दिन की समाप्ति तक उन्हें उपकप्तान अजिंक्य रहाणे का विकेट भी मिल गया।
रहाणे ने 55 गेंदों का सामना किया और एक चौके की मदद से 18 रन ही बना पाए। उन्होंने पुजारा के साथ 48 रन की उपयोगी साझेदारी की। पुजारा ने इसके बाद अगले 20 ओवर के खेल में हनुमा विहारी के साथ पारी को आगे बढ़ाया और दिन की समाप्ति तक पांचवें विकेट के लिए 75 रन की अविजित साझेदारी कर डाली।
मेलबोर्न में ओपनिंग में उतरे हनुमा को इस बार मध्यक्रम में उतारा गया और उन्होंने इस बार सहजता से खेलते हुए 58 गेंदों में पांच चौकों की मदद से नाबाद 39 रन बना लिए पुजारा और हनुमा फिलहाल क्रीज़ पर नाबाद हैं।
तीसरे टेस्ट में हरफनमौला खेल दिखाने वाले पैट कमिंस पहले दिन सफलता हासिल नहीं कर सके और 19 ओवर में 62 रन देकर कोई विकेट नहीं ले सके। ऑस्ट्रेलियाई टीम पिछला मैच गंवाने के बाद सीरीज़ में बराबरी का प्रयास कर रही है जबकि भारत 2-1 से आगे है।