भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की आचार संहिता के दो अलग-अलग उल्लंघनों के बाद अगले दो अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिये निलंबित कर दिया गया है। आईसीसी ने मंगलवार को इसकी घोषणा की।
हरमनप्रीत को भारत और बंगलादेश के बीच ढाका में शनिवार को खेले गये तीसरे वनडे मैच के दौरान हुई घटना के लिये निलंबित किया गया है। पहली घटना तब हुई जब हरमनप्रीत ने स्पिनर नाहिदा अख्तर की गेंद पर स्लिप में कैच आउट दिए जाने के बाद अपने बल्ले से विकेटों पर प्रहार करके निराशा व्यक्त की। उन्हें पवेलियन लौटने से पहले अंपायर को कुछ शब्द भी कहे।
आचार संहिता के दूसरे स्तर के अपराध के लिये हरमनप्रीत पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया और उनके अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में तीन डिमेरिट अंक जोड़े गये।
दूसरी घटना तब हुई जब हरमनप्रीत ने मुकाबला टाई होने के बाद प्रेजेंटेशन समारोह में 'खराब अंपायरिंग' की तीखी आलोचना की। हरमनप्रीत पर "अंतरराष्ट्रीय मैच में हुई एक घटना के संबंध में सार्वजनिक आलोचना" से संबंधित स्तर-1 के अपराध के लिये उनकी मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया।
हरमनप्रीत ने अपराध स्वीकार कर आईसीसी मैच रेफरी अख्तर अहमद द्वारा प्रस्तावित प्रतिबंधों पर सहमति व्यक्त की। परिणामस्वरूप, औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी और दंड तुरंत लागू कर दिया गया।
इन चार डिमेरिट अंकों को दो निलंबन अंकों में बदलकर हरमनप्रीत को दो सीमित ओवर मैचों से निलंबित किया गया। भारत का अगला अभियान चीन के हांग्झोउ में होने वाले एशियाई खेल हैं। भारत को आईसीसी रैंकिंग के आधार पर सीधा क्वार्टरफाइनल में जगह मिली है इसलिये हरमनप्रीत क्वार्टरफाइनल और सेमीफाइनल में हिस्सा नहीं ले सकेंगी।(एजेंसी)