लखनऊ:भारतीय महिला क्रिकेट टीम को पहली बार टी-20 विश्वकप के फाइनल में ले जाने वाली कप्तान हरफनमौला हरमनप्रीत कौर की गैर मौजूदगी में भारतीय महिला टीम शनिवार को तीन मैचों की टी-20 श्रृखंला के पहले मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका पर सीरीज में बढ़त बनाना चाहेगी। वनडे सीरीज में द.अफ्रीका ने शुरुआती बढ़त का फायदा उठा कर श्रृंखला अपने नाम की थी।
टी-20 की कप्तान हरमनप्रीत को हाल ही में सम्पन्न एक दिवसीय सीरीज के आखिरी मैच में मांसपेशियों में खिंचाव के कारण मैदान से बाहर जाना पड़ा था। टीम प्रबंधन के अनुसार उन्हे चोट के कारण पहले मैच से बाहर रखा गया है। उनकी गैरमौजूदगी में बाएं हाथ की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगी।
अटल बिहारी वाजपेयी इकाना अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम पर वन डे सीरीज 4-1 से गंवाने के बाद भारतीय टीम के लिये हरमनप्रीत की चोट एक झटके के समान है हालांकि टीम टी-20 सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया चाहेगी कि इसका मनौवैज्ञानिक फायदा दक्षिण अफ्रीका की टीम ना उठा पाए। हरमनप्रीत कौर ने वनडे सीरीज में 160 रन बनाए थे।
भारत के लिए हरमनप्रीत 100 वनडे और 100 टी-20 क्रिकेट मैच खेल चुकी हैं। कौर अब तक वनडे और टी20 मिलाकर 216 मैच खेल चुकी हैं। उन्होंने कुल 4624 अंतरराष्ट्रीय रन बनाए हैं। 2018 वनडे विश्कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दबाव में उन्होंने तूफानी पारी ने उनको ऐसी लोकप्रियता दिलाई कि हर क्रिकेट प्रेमी को उनका नाम अब याद है। इस इनिंग में कौर ने सात छक्कों और 20 चौकों की मदद से 171 रन बना डाले थे।आईसीसी ने उन्हें पिछले दशक की महिला टीम में तीसरे नंबर के बल्लेबाज के तौर पर स्थान दिया था।
वहीं स्मृति मंधाना की बात करें तो उन्हें भी 75 टी-20 मैचों का अनुभव है और हरमनप्रीत की गैरमोजूदगी में मंधाना के लिए यह चयनकर्ताओं को बताने का बेहतरीन मौका है कि वह भी कप्तानी कर सकती है। 75 टी-20 मैचों में स्मृति ने 25 की औसत से 1716 रन बनाए हैं। बस यह अस्थायी कप्तानी उनकी बल्लेबाजी पर विपरीत असर न दिखाए।
छोटे फार्मेट के लिये भारतीय टीम में शामिल शेफाली वर्मा पर खास नजर होगी। शेफाली को वन डे सीरीज में शामिल नहीं किया गया था। उन्होने अभी तक 19 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुकाबलों में 27 के औसत से 487 रन बनाए हैं लेकिन, उनका स्ट्राइक रेट 150 के करीब है। इसके अलावा मैच में स्मृति मंधाना की भूमिका बल्लेबाजी के लिहाज से अहम साबित हो सकती है। इसके अलावा मध्यक्त्रम में ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा और विकेटकीपर बल्लेबाज सुषमा वर्मा को भी आगे बढ़कर जिम्मेदारी लेनी होगी। वन डे सीरीज में में की गई लचर गेंदबाजी से भारत को काफी कुछ सीखने की जरूरत है। टी-20 सीरीज में गेंदबाजों को सही जगह गेंद डालने की जरूरत है।