भारतीय क्रिकेट टीम के नवनियुक्त मुख्य कोच गौतम गंभीर के लिए श्रीलंका के खिलाफ शनिवार से यहां शुरू होने वाले तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए ऋषभ पंत और संजू सैमसन में से किसी एक का चयन करना चुनौतीपूर्ण होगा।
छोटे प्रारूप से संन्यास लेने वाले रोहित शर्मा और विराट कोहली को छोड़कर टी20 विश्व कप विजेता टीम के अधिकतर खिलाड़ी श्रीलंका दौरे पर आए हैं और ऐसे में पंत और सैमसन में से किसी एक का चयन करना आसान नहीं होगा क्योंकि यह दोनों ही आक्रामक विकेटकीपर बल्लेबाज हैं।
भारतीय बल्लेबाजी क्रम में भले ही दो स्थान खाली हैं लेकिन फिर भी इन दोनों में से किसी एक को बल्लेबाज के रूप में उतारना भी आसान नहीं होगा। पंत ने टी20 विश्व कप में 171 रन बनाए जबकि सैमसन को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला जबकि वह टीम का हिस्सा थे।
भारत और श्रीलंका के बीच यह श्रृंखला भारतीय टीम के लिए इसलिए महत्वपूर्ण बन गई है क्योंकि गंभीर की मुख्य कोच के रूप में यह पहली श्रृंखला है जबकि टीम के नए कप्तान सूर्यकुमार यादव हैं। गंभीर के पिछले रिकार्ड को देखते हैं तो यह निश्चित है कि टीम संयोजन में उनकी बात को अधिक तवज्जो दी जाएगी।
पंत जब दिसंबर 2022 में कार दुर्घटना में घायल होने के बाद टीम से बाहर थे तब विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में ईशान किशन, सैमसन, जितेश शर्मा और ध्रुव जुरेल को आजमाया गया।
अगर पंत और सैमसन के आंकड़ों पर गौर करें तो वह काफी हद तक समान नजर आते हैं।
सैमसन ने अभी तक 28 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 133 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। इनमें से 27 मैच उन्होंने 2020 के बाद खेले हैं जबकि उन्होंने 2015 में इस प्रारूप में पदार्पण कर लिया था। उन्होंने खुद स्वीकार किया था कि 21.14 का उनका औसत उनकी योग्यता के अनुरूप नहीं है।
दूसरी तरफ पंत ने अभी तक 74 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने 127 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। उनका औसत 22.70 है।
इन दोनों में से किसका चयन करना है यह काफी हद तक टीम प्रबंधन की सोच पर निर्भर करेगा। जहां तक रोहित शर्मा की बात है तो उनका पंत पर पूरा भरोसा था और यही वजह रही की टी20 विश्व कप के दौरान टीम का हिस्सा होने के बावजूद सैमसन को लेकर किसी तरह की चर्चा नहीं हुई।(भाषा)