नई दिल्ली। भारतीय तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा के एक पुराने सोशल मीडिया पोस्ट ने वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डेरेन सैमी के उस दावे को पुख्ता कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम सनराइजर्स हैदराबाद से खेलते समय उन्हें नस्लीय नाम से संबोधित किया जाता था।
सैमी ने टीम के साथी खिलाड़ियों से माफी की मांग करते हुए कहा कि उन्हें जब से इसका मतलब पता चला तब से वह काफी निराश है।
टी20 विश्व कप खिताब दो बार जीतने वाले कप्तान ने पहले कहा था कि उन्हें ‘कालू’ कहकर बुलाया जाता था, अब उन्हें पता चला है जिस नाम से उनका संबोधन होता था वह नस्लीय है। ‘कालू’ अश्वेत लोगों का वर्णन करने के लिए अपमानजनक शब्द है।
सैमी ने अफ्रीकी अमेरिकी मूल के जॉर्ज फ्लॉयड की श्वेत पुलिसकर्मी की बबर्रता के कारण हुई मौत के बाद अमेरिका में हो रहे विरोध पर अपने विचार रखते हुए यह बात कही। सैमी ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 2013-14 में खेलते समय टीम के खिलाड़ी उन्हें इस नाम से बुलाते थे।
इन खिलाड़ियों में ईशांत भी शामिल हो सकते है जिन्होंने 14 मई 2014 को एक फोटो साझा कर सैमी के लिए ‘कालू’ शब्द का इस्तेमाल किया था। उसी वर्ष, यहां तक कि सैमी ने वीवीएस लक्ष्मण (टीम के तत्कालीन संरक्षक) को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने के लिए सोशल मीडिया पोस्ट में खुद के लिए ‘कालू’ शब्द का इस्तेमाल किया था।
सैमी ने इंस्टाग्राम पर कहा, मैं हसन मिन्हाज (भारतीय-अमेरिकी हास्य-कलाकार और अभिनेता) के बारे में सुन रहा था कि उनकी संस्कृति के लोगों में से कुछ लोगों ने अश्वेत लोगों का वर्णन कैसे किया है।
उन्होंने कहा, उन्हें सुनकर जब मुझे पता चला कि वे एक शब्द से अश्वेत लोगों का वर्णन करते है तो मुझे गुस्सा आया। उन्होंने (मिन्हाज) बताया कि यह अपमानजनक है। सैमी ने कहा अचानक से मुझे 2013 और 2014 का याद आय जब मैं सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेला था। मुझे उसे शब्द से संबोधित किया जाता था जिसका जिक्र मिन्हाज ने किया था। सैमी ने टीम के साथी खिलाड़ियों में से किसी का नाम लिए बगैर उनसे संपर्क कर माफी मांगने की मांग की।
उन्होंने कहा, जो भी मुझे उस नाम से बुलाता था, उसे खुद ही यह पता है, मुझ से संपर्क करो, बात करों। क्योंकि जो मिन्हाज ने कहा, अगर इसका मतलब यही है तो मैं बहुत निराश हूं। उन्होंने कहा, मैं उन सभी लोगों को मैसेज भेजूंगा। आप सब को खुद के बारे में पता है। मैं यह स्वीकार करता हूं कि उस समय मुझे इस शब्द का मतलब नहीं पता था।
सैमी अब पाकिस्तान सुपर लीग के मुख्य खिलाड़ियों में से एक है। उन्होंने कहा, मुझे लगा कि इसका मतलब मजबूती से है। मुझे इसका मतलब नहीं पता था इस लिए उस समय मुझे इस शब्द से कोई समस्या नहीं थी।
उन्होंने कहा, मैं टीम के हित के बारे में सोचता हूं और मुझे लगा कि अगर इससे टीम के खिलाड़ी खुश होते है तो यह मजेदार होगा। आप मेरी हताशा और मेरे गुस्से को समझ सकते हैं जब यह बताया गया था कि यह बिल्कुल भी हास्यास्पद नहीं था, यह अपमानजनक था।
ईशांत ने एक अन्य इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया था कि सैमी काफी अच्छे इंसान और करीबी दोस्त है। सैमी के अलावा वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज क्रिस गेल भी इस बात को कह चुके है कि दुनियाभर में टी20 लीग में उन्हें नस्लीय टिप्पणियों का सामना करना पड़ा है। (भाषा) Photo courtesy: twitter