Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

जीत के बाद कार्तिक ने दिया यह बयान

हमें फॉलो करें जीत के बाद कार्तिक ने दिया यह बयान
कोलंबो , सोमवार, 19 मार्च 2018 (15:23 IST)
कोलंबो। निधास ट्रॉफी के खिताबी मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर अविश्वसनीय जीत दिलाने वाले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज़ दिनेश कार्तिक ने खुशी जताते हुए कहा है कि टीम इंडिया में खेलने का मौका मिलना ही बहुत मुश्किल है लेकिन जब यह हाथ आए तो इसका पूरा फायदा उठाना चाहिए।

कार्तिक ने बांग्लादेश के खिलाफ रविवार को कोलंबो में हुए फाइनल मैच में आठ गेंदों पर नाबाद 29 रन बनाए जिसमें दो चौके और तीन छक्के शामिल है। उन्होंने टीम को जीत के लिए जरूरी एक गेंद पर पांच रनों के लिए अपनी आखिरी गेंद पर छक्का लगाते हुए भारत को अहम मुकाबले में जीत दिलाई और मैन ऑफ द मैच चुने गए। मैच के बाद भारतीय खिलाड़ी ने कहा" मैं अपने इस प्रदर्शन से बहुत ही खुश हूं। मैं अपनी टीम के लिए भी बहुत खुश हूं।

हमने पूरे टूर्नामेंट में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और यदि फाइनल नहीं जीत पाते तो यह दुर्भाग्यपूर्ण होता। कार्तिक काफी समय बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी कर रहे हैं और अपने स्थान को सुनिश्चित करने को लेकर भी संघर्षरत हैं। मैच की पूर्व संध्या पर भी उन्होंने कहा था कि यदि वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं तो टीम में उन्हें जगह नहीं मिल पाएगी। लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ एक समय हाथ से निकलते दिख रहे मैच में अपनी धुआंधार पारी से उन्होंने टीम को रोमांचक खिताबी जीत दिला दी।

विकेटकीपर बल्लेबाज़ ने कहा" मैच में उस समय बल्लेबाज़ी करना आसान नहीं था। मुस्ताफिजुर रहमान जिस तरह से गेंदबाजी करते हैं वह काफी मुश्किल था। मुझे केवल वहां जाकर गेंद को हिट करना था। हालांकि मैं काफी समय से बड़े शॉट्स का अभ्यास कर रहा हूं और खुशकिस्मत हूं कि गेंद को लाइन के पार इस मैच में हिट कर सका। मेरी मेहनत काम आई।

कार्तिक ने साथ ही कहा" भारतीय टीम में जगह बना पाना बहुत ही मुश्किल काम है लेकिन जब भी आपको मौका मिलता है उसका फायदा उठाना चाहिए। मैं इस जीत के लिए और अपने प्रदर्शन के लिए साथ ही सपोर्ट स्टाफ का भी धन्यवाद करूंगा जिन्होंने मेरा समर्थन किया। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

आक्रामकता सही है, हम रोबोट नहीं चाहते : ब्रेट ली